22 October 2015

लडभड़ोल के बाजार में निकली होली की झांकियां, दिखा राधा-कृष्ण का नजारा

लडभड़ोल : पिछले लगभग 30 सालों से होली के मौके पर चले आ रहे परंपरागत तरीके से लडभड़ोल बाजार में शुक्रवार को झांकिया निकाली गयी। इन झांकियों का आयोजन महामाया सभा, नागेश्वर युवक मंडल, महिला मंडल लडभड़ोल, ब्राह्मण सभा लडभड़ोल के सदस्यों द्वारा किया गया। होली से दो दिन पूर्व झाकियां निकालने का कार्यक्रम शुरू हो जाता है। 28 फरवरी और 1 मार्च को लडभड़ोल के दलेड़ में स्थित महामाया मंदिर में झांकियां निकाली गयी थी। अंतिम दिन भगवान राधा-कृष्ण व राम भगवान के परिवार की परिवार सहित यह विशाल झांकी लडभड़ोल बाजार में निकाली गयी।

लडभड़ोल बाजार में रथ पर दूल्हा-दुल्हन की झांकी के बीच शिव तांडव, शंकर पार्वती व भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े विभिन्न प्रसंग जीवंत करते कलाकारों ने दर्शकों पर ऐसी छाप छोड़ी कि वह भक्ति रस में घंटों गोता लगाते नजर आएं। विभिन्न देवी देवताओं का रूप धारण किये कलाकारों ने शानदार प्रदर्शन से लोगों का दिल जीत लिया।

यह झांकियां लडभड़ोल बाज़ार में स्थित बस स्टैंड से चली तो तीन घंटे बाद पूरी मार्किट से होते गैस एजेंसी के पास पहुंचकर खत्म हुई। इस दौरान रास्तेभर बड़ी संख्या में मौजूद स्थानीय महिलाओं, पुरुषों व युवक, युवतियों ने भजन गाये। लोगों द्वारा गाये जा रहे भजनों ने पुरे लडभड़ोल बाजार का माहौल भक्तिमय बना दिया। बग्घी पर दूल्हा-दुल्हन और देवी-देवताओं के स्वरूपों की झांकियां सजीं थीं।

गीतों पर युवा थिरकते हुए साथ चल रहे थे। जुलूस में शामिल झांकियां सभी के आकर्षण का केंद्र रहीं। परंपरागत रूप से हर साल निकलने वाली झांकी में पहले केवल औरते ही ज्यादा भाग लेती थी लेकिन इस बार स्थानीय युवकों ने भी इसमें बढ़चढ़कर भाग लिया। जैसे जैसे झांकी आगे बढ़ रही थी भक्तों का उत्साह और जोश में बढ़ोतरी हो रही थी तथा बाजार से कुछ भक्त नाचते गाते उसमें शामिल हो रहे थे।



निकाली गयी झांकिया 1
निकाली गयी झांकिया 2




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