
लडभड़ोल : प्रदेश में पहली बार गठित किये गए महाविद्यालय शैक्षिक संघ के उपाध्यक्ष प्रो. डॉ. संजीत ठाकुर ने लड़ भड़ोल विशुधा पब्लिक स्कूल में मोटिवेशनल, स्किल व पर्सनल्टी डवलपमेंट सैशन के आयोजन में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। प्रो. डॉ. संजीत ठाकुर ने बच्चों व शिक्षकों को ईमानदारी व लगन से काम करने का पाठ पढ़ाया।
प्रो. डॉ. संजीत ठाकुर ने कहा कि आज हमारी शिक्षा के साथ धार्मिकता को भी जोड़ने की जरूरत है। शिक्षा के साथ साथ बच्चों को संस्कारिक व सांस्कृतिक ज्ञान होना भी बहुत ही अनिवार्य है जिसका आजकल छात्रों में बहुत ही अभाव है। प्रो. डॉ. संजीत ठाकुर ने स्कूल प्रबंधन, प्रधानाचार्य व अध्यापकों से अनुरोध किया कि वे बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा दें व बच्चों को उनके माता पिता, व अपने से बड़ों का आदर व सम्मान करना व सुबह उठ कर अपने माता पिता के चरण स्पर्श कर विद्यालय जाना, भोजन ग्रहण करने से पहले व विद्यालय परिसर में अपनी कक्षा शुरू करने से पहले मन्त्रो का उच्चारण करवाना इत्यादि करवाने का आग्रह भी किया।
डॉ. संजीत ने कहा कि शिक्षक हमारे राष्ट्र का निर्माता है और शिक्षकों के हाथ मे छात्रों के भविष्य की चाबी होती है इसलिए शिक्षकों का कर्तव्य है कि वे बच्चों को पूरी लगन से पढ़ाये व उन्हें हर वह ज्ञान प्रदान करे जिससे बच्चे उनके आने वाले भविष्य को संवार सके। डॉ. संजीत ठाकुर के साथ इस सेशन में वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी से डॉ. तारा सेन जी ने भी भाग लिया व बच्चों को उनकी स्किल व पर्सनालिटी इम्प्रूव करने के बारे में बताया।
स्कूल प्रबंधन, प्रधानाचार्य, शिक्षक व विशेष रूप से सभी छात्रों ने डॉ. संजीत व डॉ. तारा सेन का विद्यालय में पधारने व मार्गदर्शन करने के लिए आभार प्रकट किया व तहे दिल से धन्यवाद किया।
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