22 October 2015

स्यूंण हादसा : दूसरे दिन चले सर्च ऑपरेशन के बाद भी नहीं लगा महिला का सुराग, बुलाए गए गोताखोर

लडभड़ोल : गत शनिवार देर सांय तहसील मुख्यालय लडभड़ोल से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर गांव स्यूण के समीप बनांदर-स्यूण खड्ड में कपड़े धोने के दौरान अचानक पानी का स्तर बढ़ने से बही महिला का दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। खराब मौसम व रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण सर्च आप्रेशन में भारी दिक्कतें पेश आ रही हैं।

रेस्क्यू के दूसरे दिन रविवार सुबह ही स्थानीय तहसीलदार राजेश जरयाल की अगुवाई में क्षेत्रीय कानूनगो बुद्धि सिंह चांगरा, पटवारी नागेश्वर, हरिदास, पुलिस दल सहित गांव भड़ोल, स्यूण, बनांदर के युवाओं द्वारा कई घंटों तक सर्च आप्रेशन चलाया लेकिन अंत में निराशा ही हाथ लगी। इस दौरान जोगेंद्रनगर से दमकल विभाग की टीम बुलाई गई उन्होने भी काफी कोशिश तो की लेकिन महिला का काई पता नही चल पाया।

तहसीलदर ने बताया कि सर्च आप्रेशन में मदद के लिये सुन्दर नगर से गोताखोर बुलाए गए हैं क्योकि खड्ड कुछ जगहों में इतनी गहरी है कि वहां पर केवल गोताखोर की सर्च कर सकते हैं। उधर इस हादसे के बाद मजदूर वर्ग में भारी शोक का माहौल है। गौरतलब है की 26 वर्षिया एक मजदूर महिला कौशल्या बाई पत्नी सोहन साय निवासी गांव व डाकघर दहिदा, तहसील साड़ागर जिला रायगढ़ (छत्तीसगढ़) जो खड्ड में अचानक पानी स्तर बढ़ जाने से पानी के तेज बहाव में बह गई थी।

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस दल, प्रसाशन की टीम मौके पर पहुंच गई थी और स्थानीय लोगों की मदद से जोर शोर के साथ खड्ड में महिला को ढ़ूडने के लिये सर्च आप्रेशन शुरु कर दिया था, लेकिन रात के समय अंधेरा अधिक होने व मौसम खराब हो जाने के कारण सर्च आप्रेशन बंद कर दिया गया था।





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