22 October 2015

बसाही के पास हुए हादसे की जगह पर विभाग ने पक्की रेलिंग की बजाय लगाए तारकोल के ड्रम

लडभड़ोल : जोगेंद्रनगर -सरकाघाट- मार्ग पर बसाही के पास पिछले महीने हुए हादसे की जगह विभाग ने पक्की रेलिंग की जगह तारकोल के खाली ड्रमों में मिटटी भरकर वहां खड़ा कर दिया है | सरकार ने बसाही हादसे के 15 दिनों के अंदर पैरापिट लगाने की बात की थी लेकिन एक माह बीत जाने के बाद सिर्फ तारकोल के ड्रम लगाकर अपना पल्ला झाड़ लिया है |

ये ड्रम इतने मज़बूत नहीं होते की किसी तेज़ रफ़्तार गाडी की टक्कर को सहन कर सके |

बसाही से लेकर नेरी तक सड़क में जगह जगह ब्लैक स्पॉट हैं, जहां पर पैरापिट नहीं लगे हैं। इससे हादसे का अंदेशा बना हुआ है। हैरत की बात यह है कि इस मार्ग पर कई हादसे हो चुके हैं। इसके बावजूद विभाग ने ब्लैक स्पॉट पर पैरापिट लगाना जरूरी नहीं समझा है।

19 अप्रैल 2016 को इसी मार्ग एक कार हादसे में अंकित शर्मा पुत्र ओम प्रकाश निवासी बनोन जोगेंद्रगनर व उसके दोस्त उमेश कुमार निवासी चंडीगढ़ की मौत हो गई थी। अंकित शर्मा के पिता ओम प्रकाश इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे जो टांडा अस्पताल में आइसीयू में हैं। सड़क पर अगर पैरापिट होते तो शायद यह हादसा नहीं होता।

हादसे के बाद भी विभाग ने यहां तारकोल के ड्रम लगाकर लोगों का मज़ाक उड़ाया है | आजकल लडभड़ोल से बनांदर व लडभड़ोल से बलोटु सड़क पर तथा कुछ अन्य सड़कों पक्की रेलिंग लगाई है जो ऐसे हादसों को रोकने में कुछ हद तक सक्षम है |

लोक निर्माण विभाग को बसाही के पास भी ऐसी ही रेलिंग लगानी चाहिए थी जिससे आने वाले समय में ऐसे हादसे न हो और बेकसूर लोगों को अपनी जान न गवानी पड़े |

नोट : यह फोटो पूर्व प्रधान ग्राम पंचायत तुलाह के फेसबुक पेज से ली गई है |

News Posted By Amit Barwal (ऊटपुर )





loading...
Post a Comment Using Facebook