22 October 2015

चुल्ला प्रोजेक्ट का निर्माण लगभग पूरा, अप्रैल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर करेंगे उद्धघाटन!

लडभड़ोल : आखिर वह दिन आने वाला है जिसके लिए लडभड़ोल क्षेत्र के निवासी पिछले 18 सालों से इंतज़ार कर रहे थे। लडभड़ोल क्षेत्र के चुल्ला गांव में बन रही महत्वकांक्षी ऊहल तृतीय विद्युत परियोजना का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। परियोजना के अधिकतम कार्य समाप्त किया जा चुका है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो इस परियोजना का उद्घाटन अप्रैल महीने में हो सकता है। परियोजना के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शामिल हो सकते है। इसके लिए अभी आधिकारिक घोषणा तो नहीं की गयी है लेकिन मुख्यमंत्री का आना लगभग तय माना जा रहा है। यह जानकारी सांसद रामस्वरूप शर्मा ने दी है।


सांसद रामस्वरूप शर्मा ने जोगेंद्रनगर में पत्रकारो से कहा कि तीसरी विद्युत परियोजना का उद्धघाटन भी तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने ही किया था। परियोजना का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा की इस परियोजना में विद्युत उत्पादन शुरू होने से जहां हिमाचल सरकार को आमदनी होगी। वहीं क्षेत्र के सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। जल्द वह क्षेत्र के विधायक प्रकाश राणा के साथ परियोजना के कार्यों का निरीक्षण करेंगे।


आपको बता दें की इस परियोजना का शिलान्यास 5 मई 2000 को मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने किया था। उस दौरान परियोजना का निर्माण कार्य वर्ष 2009-10 में पूरा होने का अनुमान लगाया गया था। उस समय परियोजना की अनुमानित लागत 431 करोड़ रुपये आंकी गई थी, लेकिन वर्ष 2016 तक परियोजना पर करीब 1600 करोड़ रुपये का खर्चा होने का अनुमान लगाया गया था। 16 अक्तूबर 2002 में मच्छयाल में पहला ब्लास्ट कर इस परियोजना का निर्माण कार्य शुरू किया गया था तथा अप्रैल 2003 से भूमि अधिकरण का काम शुरू कर दिया गया था। जो वर्ष 2007 में करीब-करीब पूरा भी हो चुका था।


कॉर्पोरेशन द्वारा परियोजना का काम शुरू में वर्ष 2003-2008 तक सत्यम कंपनी द्वारा किया गया। जिसे बाद में निर्माण कार्य कान्टीनेटल कंपनी को सौंपा गया। इस कंपनी ने भी वर्ष 2010 में अपने हाथ खड़े कर दिए। मौजूदा समय अबीर टनल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। हालांकि परियोजना का पावर हाउस व रेजर वायर का काम कई वर्ष पहले ही पूरा हो चुका है। लेकिन टनल का निर्माण कार्य पूरा न हो पाने के कारण तमाम अन्य कार्य सफेद हाथी बने हुए हैं। परियोजना का काम तय समय पर शुरू न होने के कारण प्रदेश सरकार को भी करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। अप्रैल 2018 में इस परियोजना को शुरू करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।


उहल तृतीय विद्युत परियोजना के प्रबंधक निर्देशक चंद्र समशेर सिंह चौहान ने कहा की इस परियोजना का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। सुंरंगों में साफ-सफाई का कार्य बाकि है जो फरवरी महीने तक पूरा होने का अनुमान है। मार्च महीने से इस परियोजना में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी तथा अगर कहीं से कोई लीकेज नहीं हुई तो अप्रैल महीने में विद्युत् उत्पादन शुरू हो जायेगा।





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