22 October 2015

दोहरी ख़ुशी : दो सपूतों ने किया लडभड़ोल क्षेत्र का नाम रोशन, भारतीय सेना में बने लेफ्टिनेंट

लडभड़ोल : दिल में अगर जोश और जज्बा मौजूद हो तो तो कोई भी मुकाम नामुमकिन नहीं होता । यह काम साबित करके दिखाया है लडभड़ोल क्षेत्र के दो युवाओं ने जिन्होंने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर पुरे लडभड़ोल क्षेत्र का नाम रोशन किया है। लडभड़ोल के दोनों सपूत एक साथ देहरादून स्थित सैन्य अकादमी में 9 दिसंबर को पासिंग आउट परेड के बाद लेफ्टिनेंट बन गए।


कथोन गांव के अभिलाष शर्मा बने लेफ्टिनेंट
लडभड़ोल तहसील के कथोन पंचायत के अभिलाष शर्मा ने लेफ्टिनेंट बनकर माता-पिता के साथ क्षेत्र का नाम भी रोशन किया है। शनिवार को देहरादून में ही पासिंग आउट परेड के दौरान अभिलाष शर्मा के माता पिता ने उनके कंधे पर सितारे लगाए। अभिलाष शर्मा की मां सरिता शर्मा तथा पिता भूतपूर्व सैनिक प्रवीण शर्मा ने अपने बेटे की सफलता पर गौरवाविंत महसूस कर रहे है।


"अपने परिवार से ही मिली सेना में जाने के प्रेरणा"
अभिलाष शर्मा ने बताया की उन्हें गर्व है की उनके दादा स्वर्गीय चुनी लाल व ताया तिलकराज शर्मा भी भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके है। वहीं उनके ताया का लड़का भी वर्तमान में बतौर मेजर भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहा है। अभिलाष शर्मा ने कहा की उन्हें अपने परिवार से ही भारतीय सेना में जाने की प्रेरणा मिली है।


बचपन का शोक था जो पूरा हुआ
अभिलाष की प्रारम्भिक शिक्षा बारहवीं तक सैनिक स्कूल सुजानपुर में हुई है। उसके बार एनडीए में चयन होने के बाद पुणे में प्रशिक्षण लेने के उपरांत भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से पासआउट हुए। अभिलाष शर्मा का कहना है की उन्हें बचपन से ही भारतीय सेना में जाने का शौक था जो पूरा हो गया है। पासिंग आउट परेड को देखने के लिए अभिलाष शर्मा का पूरा परिवार देहरादून में मौजूद था।


लडभड़ोल के पास स्थित गोरा गांव के प्रशांत ठाकुर भी बने लेफ्टिनेंट
वहीं लडभड़ोल के गोरा गांव के होनहार प्रंशात ठाकुर भारतीय सेना मेँ लेफ्टिनेंट बने हैँ। प्रंशातं ठाकुर की इस सफलता के लिए क्षेत्र मेँ खुशी की लहर है। 9 दिसबंर को भारतीय सैन्य अकादमु देहरादून मेँ हुइ पासिंग आऊट परेङ मेँ अपने माता पिता के हाथो अपने कंधो पर स्टार लगाकर प्रशांत ठाकुर जहां अपने क्षेत्र का नाम ऊंचा किया वहीँ अपने परिवार का मान बढाया है। प्रशांत ठाकुर की माता नीलम ठाकुर गृहणी हैँ। और पिता प्यार चंद बी एस एफ से सेवानिवुत हुए है। प्रशांत ठाकुर अपने परिवार मेँ पहले सैन्य आफिसर बने है। प्रशांत ठाकुर का बचपन से ही सेना मेँ सेवाएं देने का सपना था जो कि अब पुरा हुआ है। प्रशांत ठाकुर का कहना कि वह भारतीय सेना में सेवाएं देने से अपने आपको गोरवान्वित महसूस कर रहे है।


इन्हे दिया सफलता का श्रेय
पिता प्यार चंद ठाकुर ने बताय कि प्रशांत ठाकुर की प्राथमिक शिक्षा हरिगंगा नंदन पब्लिक स्कूल लङभङोल से हुई जबकि जमा दो कि शिक्षा दिल्ली से हुई और बीएससी नान मेङिकल राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला से की। प्रशांत ठाकुर की इस सफालता का त्रेय अपने माता पिता व गुरूजनो को दिया। सैध्य अकादमी देहरादून मेँ हुई भव्य पासिंग परेङ के अवसर प्रशांत ठाकुर का परिवार नानी कृष्णा देवी ने प्रशांत ठाकुर अपना आर्शिवाद दिया प्रशात ठाकुर के घर बधाई देने वालो का तांता लगा है। प्रशांत ठाकुर सैन्य आफिसर बनने पर बेहद खुश है।

देखें तस्वीरें :


भारतीय सेना मेँ लैफ्टिनेंट बने प्रशातं ठाकुर अपने माता-पिता के साथ
अभिलाष के कंधे पर माता-पिता ने सजाये कंधे
अपने-चाचा-चाची के साथ लेफ्टिनेंट अभिलाष शर्मा




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