22 October 2015

सोशल मीडिया में प्रकाश राणा का दुष्प्रचार मामला, सामने आया मामले का पूरा सच, पढ़ें

लडभड़ोल : पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर विधानसभा चुनाव लड़ने का मन बना चुके प्रकाश राणा के खिलाफ कुछ फेसबुक पोस्ट के फोटो वायरल होने के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। मामला तुलाह पंचायत का है। जहाँ कुछ लोगों ने फेसबुक पर प्रकाश राणा के तुलाह में एक व्यक्ति की बेटी की शादी में बिना निमंत्रण पहुंचने का आरोप लगाते हुए विवादास्पद फोटो वायरल कर दिए गए थे।

यह था मामला
दरअसल पिछले दिनों प्रकाश राणा को तुलाह गांव से एक व्यक्ति द्वारा अपनी बेटी की शादी में शामिल होने का निमंत्रण मिला था। प्रकाश राणा अपने समर्थकों के साथ शादी में पहुंचे तथा वधु को अपना आशीर्वाद दिया। सब कुछ सामान्य रहा। लेकिन उसके बाद फेसबुक पर एक नए विवाद ने जन्म ले लिया।


पढ़िए क्या था विवाद

प्रकाश राणा के शादी में शामिल होने के बाद कुछ लोगों द्वारा फेसबुक पर पोस्ट डाले गए जिसमें दावा किया गया की प्रकाश राणा बिना निमंत्रण शादी में पहुंच गए थे और बिना बुलाये शादी में पहुँचने पर उन्हें वहां से चले जाने को कहा गया। फेसबुक पर पोस्ट करते ही यह फोटो पुरे लडभड़ोल क्षेत्र में वायरल हो गए। लोग तरह-तरह की बातें करने लगे। लडभड़ोल.कॉम भी इस मामले की सटीक जानकारी के लिए कई स्थानीय लोगों से सम्पर्क किया लेकिन कोई भी व्यक्ति सार्वजनकि तोर पर सामने आने को तैयार नहीं हुआ था।

तुलाह की जनता ने मांगी क्षमा
इस बारे में तुलाह पंचायत की जनता को पता चला तो उन्होंने प्रकाश राणा के विरोधियों को जबाब देने के लिए एक आम जनसभा का आयोजन किया। लोगों ने कहा की तुलाह की जनता आज भी प्रकाश राणा के साथ खड़ी है तथा आगे भी हमेशा साथ में खड़ी रहेगी। जनता ने कहा की विरोधियों ने जो भी गलत अफवाह फैलाकर प्रकाश राणा की छवि को धूमिल करने की कोशिश की उसके लिए वह क्षमा चाहते है।


गर्मजोशी व ढोल-नगाड़ों की थाप में हुआ भव्य स्वागत

प्रकाश राणा के तुलाह गांव में पहुंचते ही लोगों ने बहुत ही गर्मजोशी व ढोल-नगाड़ों की थाप में भव्य स्वागत किया। सभी गांव वासियों ने एक स्वर में आगामी विधान सभा चुनाव मे समर्थन देने की बात कही। प्रकाश राणा ने जनता को सम्बोधित करते हुए कहा की विरोधियों को उनके प्रति कोई भी मुद्दा नही मिल रहा है तो इसलिए वो लोग घटिया राजनीति में उतर आये हैं। और इनकी मंशा को लोग समझ चुके हैं। जनता अब इनके झांसे में नही आने वाली है। जनसंपर्क अभियान के दौरान किसी के घर गांव मे अपने लोगों से मिलना लोकतंत्र में गुनाह नहीं है।

प्रकाश राणा के समर्थकों ने कहा की इन झूठी व मनगढंत बात को ऐसे बुद्धिजीवीयों व लोगों ने लाइक और शेयर किया जो प्रकाश राणा के साथ उनकी मेहमान नवाजी का लुत्फ़ उठा चुके है जिनसे इस तरह की उम्मीद कभी नहीं की जा सकती थी।





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