22 October 2015

Flash : सोलर लाइटें लगाने के नाम पर दो पंचायतों के ग्रामीणों को लगाया लाखों का चूना

लडभड़ोल : आज के इस दौर में शिक्षित लोग व्हाट्सऐप, फेसबुक जैसी सोशल साइटों पर रोज़ाना कई घंटे एक्टिव रहते हैं। व्हाट्सऐप ग्रुप्स में कई लोग सावधानी बरतने वाली जानकारी बार-बार शेयर करते रहते है। इसके बावजूत भी अगर पढ़े लिखे लोगों को बेवकूफ बना कर अगर कोई ठगी करने में सफल हो जाता है, तो ऐसे ठगों को मानना पड़ेगा।

बड़ी लापरवाही आयी सामने
सोलर लाइट स्थापित करने के नाम पर एक ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमे लडभड़ोल क्षेत्र की दो पंचायतों के लोगों से हज़ारों रुपयों की ठगी हो गई है। यह घटना कहीं न कहीं यह बहुत बड़ी लापरवाही की और इशारा कर रही है जिसमे लोगों की खून-पसीने की कमाई को बिना जांच पड़ताल के ठगों के हाथ में सौंप दिया गया। ठगी का पता चलने पर पीड़ित लोग परेशान हो गए है।

त्रैंबली व कोलंग पंचायत की घटना
लडभड़ोल.कॉम वेबसाइट को मिली जानकारी के अनुसार लडभड़ोल तहसील के त्रैंबली व कोलंग पंचायत के प्रधानों से ठगों ने सम्पर्क किया और किसी सोलर लाइट स्थापित करने वाली कंपनी का एजेंट बताया। ठगों ने बताया की सोलर लाइट लगाने के लिए 1000 रूपए प्रति लाइट एडवांस में जमा कराने होंगे। पंचायत प्रधानों ने जांच-पड़ताल किये बिना ठगों पर विश्वास किया और स्थानीय लोगों से पैसे एकत्रित करके ठगों के हाथ में दे दिए। उन्होने 15 दिनों में सोलर लाइट लगाने को कहा था लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद अभी तक न तो लाइटें लगी है और न ही लोगों के पैसे वापस मिले है।

ऐसे उठा मामले से पर्दा
अब इस मामले से पर्दा तब उठा जब मंडी क्षेत्र की तांदी पंचायत के पंचायत के प्रतिनिधियों की सतर्कता के कारण कई लोग ठगी के शिकार होने से बच गए। एक अखवार में छपी खबर के अनुसार उक्त पंचायत में जब यह शातिर ठग ऐसी ही कहानी बनाकर लोगों से पैसे ऐंठने लगे तो पंचायत प्रतिनिधियों ने इस स्कीम के बारे में पता किया। जब उन्हें पता चला की ऐसी कोई भी स्कीम नहीं है तो उन्होंने शातिरों से पूछताछ शुरू कर दी। खुद को फसता देख जब शातिर भागने लगे तो उन्होंने दो शातिरों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया जबकि दो भागने में सफल हो गए है।

ग्रामीणों के साथ हुए धोखा
लडभड़ोल.कॉम से बात करते हुए पीड़ित अमर सिंह इंदर सिंह, गुड्डू राम, गज्जू राम, राज सिंह, गुर्जर, चमेल सिंह, साई राम, विनोद कुमार, सुरेश कुमार, तेजमल, बीरबल सिंह, बीना देवी, टेकचंद, ने बताया की उन्हें कंपनी की फर्जी होने की बात पता चली है। उनके साथ सोलर लाइट के नाम पर धोखा हुआ है।

त्रैंबली के प्रधान ने पेश की सफाई
इस बारे में जब त्रैंबली पंचायत के प्रधान बिट्टू राम से बात की गयी तो उन्होंने बताया की त्रैंबली पंचायत के 42 लोगों ने सोलर लाइट लगाने के लिए पैसे जमा करवाए थे। उक्त व्यक्ति ने 15 दिन में सोलर लाइट लगाने का वादा किया था लेकिन जब उन्होंने लाइट नहीं लगाई तो उन्होंने पुलिस स्टेशन जोगिंद्रनगर में इसकी जानकारी दे दी है।

कोलंग पंचायत प्रधान से नहीं हुआ सम्पर्क
इस बारे में जब कोलंग पंचायत के प्रधान से बात करने की कोशिश की गयी तो उनका मोबाइल बंद था। दूसरे नंबर पर भी सम्पर्क नहीं हो पाया। इसके बाद जब कोलंग के उप-प्रधान मनीष ठाकुर से बात की गयी तो उन्होंने बताया की उन्हें मामले की पूरी जानकारी नहीं है। ठगे गए लोगों की पूरी सूची प्रधान ही दे सकते है।

पंचायत प्रतिनिधियों की सतर्कता रोक सकती थी ठगी
शातिर अब इस तरह ठगी का जाल अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी ठग फैला रहे हैं। मगर बड़ा सवाल यह है कि उक्त पंचायतों की ओर इस स्कीम की जानकारी क्यों नहीं ली गई। प्रतिनिधियों को पता करना चाहिए था की ऐसी कोई स्कीम है भी या नहीं। अगर पंचायत प्रतिनिधयों ने तांदी पंचायत की तरह सतर्कता दिखाई होती तो शायद कई लोग ठगी का शिकार होने से बच सकते थे। फ़िलहाल ऐसा मामला लडभड़ोल क्षेत्र की दो पंचायतों में ही सामने आया है लेकिन हो सकता है की कई और पंचायते भी ठगी गयी हो।

नोट : ऊपर दिखाई गयी फोटो पुरानी है





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