22 October 2015

चार आंतकवादियों को मार गिराने वाले लडभड़ोल क्षेत्र के इस सैनिक को मिलेगा सेना मैडल

लडभड़ोल : दुश्मनों से देश की रक्षा करना वीरों का काम है। हमारे सैनिक देश की रक्षा के लिए अपने कर्त्तव्य को बहुत बहादुरी से निभाते हैं। इसी बहादुरी के लिए उन्हें विभिन्न वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। आज हम आपको लडभड़ोल क्षेत्र के एक सैनिक के बारे में बताने जा रहे है जिसे अदम्य साहस दिखाने के लिए भारत सरकार की तरफ से सेना मैडल दिया जायेगा। यह लडभड़ोल क्षेत्र के लोगों के लिए गर्व की बात होगी।

रेवत सिंह को मिलेगा सेना मैडल
लडभड़ोल की तुलाह पंचायत के कोठी गांव के सैनिक रेवत सिंह को उसकी बहादुरी के लिए सेना मेडल से सम्मानित किया जायेगा। भारत सरकार द्वारा हर वर्ष 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या में मेडल पाने वाले सैनिकों की सूची जारी की जाती है। इस सूची में कोठी गांव के निवासी सैनिक रेवत सिंह का नाम सेना मेडल के लिए शामिल किया गया है। यह मेडल जल्दी ही उन्हें सेना के अधिकारियों द्वारा दे दिया जायेगा।

12 फरवरी 2017 को हुई थी मुठभेड़
1 राष्ट्रीय राइफल में कार्यरत कोठी गांव के रेवत सिंह और उसके अन्य साथियों ने 12 फरवरी 2017 को कश्मीर के कुलगाम में आंतकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में 4 आतंकवादियों को मार गिराया था। इस हमले में भारतीय सेना के 2 जवान भी शहीद हुए थे। आतंकवादियों के साथ कई घंटे की मुठभेड़ में रेवत सिंह की टांग पर गोली लग गई थी तथा वह बुरी तरह घायल हो गए थे। इसके बावजूद वह अपने देश के लिए लड़े। बहादुरी के इसी कार्य के लिए इस सैनिक रेवत सिंह को सेना मेडल से सम्मानित किया जायेगा।

ठीक होने के बाद फिर से लोटे फ़र्ज़ पर
35 वर्षीय रेवत सिंह के पिता पंजकू राम भी भारतीय सेना के सेनानिवृत्त सूबेदार है। उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। इस हमले में घायल होने के बाद रेवत सिंह का लगभग 2 माह तक अस्पताल में इलाज चला था। अब पूरी तरह ठीक होने के बाद वह दुबारा अपने फ़र्ज़ पर लौट गए है और वर्तमान में कश्मीर के उरी सेक्टर में अपनी सेवाएं दे रहे है। ग्राम पंचायत तुलाह के प्रधान राज सिंह ने कहा की रेवत सिंह ने यह मेडल हासिल कर अपने माता-पिता के साथ-साथ पुरे लडभड़ोल क्षेत्र का भी नाम रोशन किया है।

देखें फोटो :


सेना मैडल से समान्नित होने वाले कोठी गांव के रेवत सिंह




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