22 October 2015

लडभड़ोल तहसील के एक गांव से सामने आई यह तस्वीर, क्या ये बदलाव का वक़्त है ?

लडभड़ोल : एक तरफ जहां वर्तमान नेताओं द्वारा लडभड़ोल तहसील के गांव-गांव में सड़क पहुँचाने के लाख दावे किया जा रहे है और उनका श्रेय भी लिया जा रहा है लेकिन दूसरी तरफ लडभड़ोल के एक गांव से ऐसी तस्वीर का सामने आना इन तमाम दावों के खोखला होने का सबूत दे रहा है।

पपलोटू गांव से आई है यह तस्वीर
पपलोटू गांव के 65 वर्षीय बुद्धि सिंह की टांग में फ्रैक्चर आ गया तथा जिसके कारण वह चलने में असमर्थ हो गए थे। इलाज के लिए उनको अस्पताल ले जाना था लेकिन मानसून की पहली बारिश में उनके गांव की सड़क धूल गयी जिससे सड़क पर गाड़ियों की आवाजाही बाधित हो गयी। सड़क की हालत खस्ता होने के कारण उनको पालकी में बिठाकर 1 किलोमीटर दूर तरेबंली ले जाया गया फिर वहां से गाड़ी में ले जाकर उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

फ्रैक्चर होने के कारण उनकी टांग में प्लास्टर लगाया गया है। अस्पताल से छुट्टी तो मिल गयी लेकिन वह अब भी चलने में असमर्थ है। वापिस घर आने पर लडभड़ोल से बगोडा होते हुए गाड़ी में तरेंबली तक लाया गया उसके बाद फिर से उन्हें गांव के युवकों पंकज, हल्कू, लब्बू, नारदु, दलीप सिंह व छोटू ने पालकी में बिठाकर पपलोटू पहुंचाया।

इस गांव को लडभड़ोल से बगोडा होते हुए सड़क सुविधा से तो जोड़ा गया है मगर तरेंबली से आगे इस सड़क की हालत खस्ता होने के यह गाड़ी चलने योग्य नहीं है। नेताओं के झूठे आश्वासनों से लोग अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। हिमाचल सरकार सड़कों की खस्ता हालत को लेकर कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा नीचे दी गयी तस्वीरों से लगाया जा सकता है।

आजादी के 70 वर्षों के बाद भी अगर ऐसी तस्वीरें देखने को मिले तो हमे समझ जाना चाहिए की अब बदलाव का वक़्त आ गया है। विधानसभा चुनाव पास आते ही नेता जनता को विकास के सपने तो दिखाते हैं, लेकिन हकीकत में ये दावे कोसो दूर नजर आते हैं।

देखें तस्वीरें


घायल व्यक्ति को पालकी में घर लेकर जाते हुए लोग
कब सुधरेंगे हालात




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