22 October 2015

G.S.S.S. लांगणा के बच्चों ने लगाई पुकार.. सुनो सरकार, हमे भी दो शिक्षा का अधिकार

लडभड़ोल : सरकारी स्कूलों में गुणात्मक शिक्षा के सरकारी दावे अध्यापकों के अभाव में कागजों में सिमट कर रह गए हैं। लडभड़ोल तहसील के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लांगणा में पिछले काफी समय से शिक्षकों के कई पद रिक्त होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। जिससे प्रदेश सरकार द्वारा बेहतर शिक्षा के दावे हवा साबित हो रहे हैं।

शिक्षको के आठ पद रिक्त
GSSS लांगणा में शिक्षको के आठ पद रिक्त चल हुए हैँ जिसके कारण सरकारी स्कूलो मेँ पढने वाले बच्चो का भविष्य चौपट होता नज़र आ रहा है। सरकार व शिक्षा विभाग की गलत नितियो के कारण सरकारी स्कूलों में पढाई का स्तर गिर रहा है। लोग अपने बच्चो को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए निजी स्कूलो की ओर रूख करने को मज़बूर हो रहे है।

शिक्षक ही नहीं होंगे तो कैसे पढ़ेंगे बच्चे
गरीब लोगो के बच्चे इन सरकारी स्कूलो में शिक्षा लेने का मजबूर है सरकार ने शिक्षा का अधिकार कानून तो बना दिया कि कोई भी व्यक्ति अशिक्षित नहीं होगा लेकिन जब इन सरकारी सरकारी स्कूलों में शिक्षक ही नहीं होंगे तो बच्चे कैसे पढ़ेंगे..?

नेरी कोटला पाठशाला में भी यही हाल
इस समय लांगणा स्कूल में प्रवक्ता विज्ञान के दो पद, प्रवक्ता संस्कृत, प्रवक्ता सूचना प्रौघोगिकी, भाषा अध्यापक, शास्ती अध्यापक कला अध्यापक तथा शारिरिक शिक्षा अध्यापक का एक एक पद लम्बे समय से रिक्त पड़ा हुआ। दूसरी ओर राजकीय माध्यमिक पाठशाला नेरी कोटला मेँ प्रशिक्षित कला स्नातक व शास्त्री का पद भी पिछले एक वर्ष से रिक्त चला हुआ है।

युवा विकास मंच लांगणा ने जताई नाराजगी
युवा विकास मंच लांगणा के सदस्यो व बच्चों के अविभावको ने सरकार द्रारा ग्रामीण क्षेत्रो मेँ दी जा रही सुविधाओ पर नाराजगी जाहिर की है साथ ही मांग की है कि स्कूल में रिक्त पड़े पदों को जल्द भरा जाये।





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