22 October 2015

बनान्दर के बाद अब करसाल में हुए वॉलीबाल मैच में गलत निर्णय देने पर जबरदस्त हंगामा

लडभड़ोल : शुक्रवार को करसाल गांव में चल रहे बसोना व बाबा मछिन्दर के मैच के दौरान रेफरी के एक के बाद एक गलत फैसलों ने खिलाडियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा दिया। मैच में रेफरी के निर्णय पर बाबा मछिन्दर टीम के खिलाड़ी भड़क उठे और रेफरी से उनकी कहासुनी हो गई। बाबा मछिन्दर टीम गलत निर्णय देने का आरोप लगाते हुए मैच खेलने से इन्कार कर दिया। काफी देर समझाने के बाद भी जब बाबा मछिन्दर टीम खेलने को तैयार नहीं हुई तो मेला कमेटी के अधिकारियों ने रेफरी को बाहर का रास्ता दिखा दिया। मैच करीब 40 मिनट तक बाधित रहा।

क्या है मामला
बता दें कि इन दिनों करसाल गाँव में चल रहे स्थानीय मेले में वॉलीबाल प्रतियोगिता का आयोजन चल रहा है। बसोना टीम और बाबा मछिन्दर टीम के बीच चल रहे एक मैच में दोनों टीमें 1-1 सेट जीतकर बराबरी पर थी और अंतिम सेट में स्कोर 22-22 पर बराबर पहुंच चुका था। मैच बिलकुल निर्णायक मोड़ पर था लेकिन तभी रेफरी ने बाबा मछिन्दर के खिलाडियों द्वारा बसोना टीम के कोर्ट के अंदर गिराए गए बॉल को आउट करार दे दिया। देखने से साफ़ पता चल रहा था की बॉल बिल्कुल अंदर गिरी थी और यह स्कोर बाबा मछिन्दर को मिलना चाहिए था लेकिन रेफरी ने गलत निर्णय देते है अपना फैसला बसोना के पक्ष में दे दिया।

दुबारा करवाया गया तीसरा सेट
इस गलत फैसले के बाबा मछिन्दर टीम के खिलाडी मैंदान से बाहर आ गए। मेला कमेटी के आश्वासन के बाद रेफरी को तुरंत मैच से हटा दिया गया। नया रेफरी आने के बाद तीसरा सेट नए सिरे से खेला गया। हालाँकि तीसरे सेट में बसोना ने बाबा मछिन्दर टीम को 24-17 से हराकर मैच जीत लिया।

बनान्दर में भी दिए थे गलत निर्णय
सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार इसी रेफरी ने बनान्दर में ऊटपुर और बसोना के बीच हुए मैच में भी विवादास्पद निर्णय दिए थे जिससे ऊटपुर की टीम को हार का सामना करना पड़ा था। यह खबर भी हमने लडभड़ोल.कॉम में छापी थी। खबर को छापने के बाद कुछ लोगों ने हमारी आलोचना भी की थी और हमारे ऊपर ऊटपुर टीम का पक्ष लेने का आरोप लगाया था। हम उन लोगों को बता देना चाहते है की इस इस बार ऊटपुर की जगह बाबा मछिन्दर की टीम रेफरी के गलत निर्णय का शिकार बनी है। हमने किसी टीम की जीत या हार की तुलना के लिए नहीं बल्कि रेफरी के गलत निर्णय को लेकर खबर छापी थी। आज फिर से हुए इस हंगामे से उन आलोचकों को शायद जबाब खुद मिल गया होगा।

रेफरी पर बैन लगाने की मांग
बाबा मछिन्दर टीम के खिलाडियों ने विवादित रेफरी को लडभड़ोल के आसपास होने वाली किसी भी प्रतियोगिता में 5 साल के लिए बैन लगाने की मांग की है ताकि मैच में पूरी पारदर्शिता बनी रहे। ऊटपुर टीम के कप्तान ने पहले भी मेला कमेटी के सामने प्रस्ताव रखा था की जिस टीम का मैच हो वहां के स्थानीय निवासियों को रेफरी नहीं खड़ा करना चाहिए। मेला कमेटी को इस सुझाव पर विचार करना चाहिए था।

रेफरी की वजह से हारे
लडभड़ोल.कॉम से बात करते हुए बाबा मछिन्दर के खिलाड़ियों ने कहा रेफरी की वजह से हमारी हार हुई है। हर बार हालत एक जैसे नहीं हो सकते। अगर वो गलत निर्णय नहीं दिया जाता तो हमारी जीत पक्की थी। बहरहाल लडभड़ोल तहसील की समस्त मेला कमेटियों को पारदर्शिता बनाये रखने के लिए कुछ ठोस कदम उठाने की जरुरत है। ताकि दूर दूर से आने वाले खिलाड़ियों के साथ अन्याय न हो।


मैच में चल रहा हंगामा
करसाल में चल रही है वॉलीबाल प्रतियोगिता




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