22 October 2015

सरकार को छोड़ो , खुद ही पैसे इकट्ठे करके बना दो लडभड़ोल में शौचालय

लडभड़ोल : इसे शायद लडभड़ोल का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि आजादी के बाद भी यहाँ की आबादी अपने हक के लिए संघर्ष कर रही है । लडभड़ोल में अभी अब तक शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है । इससे स्थानीय दुकानदारों व बाहर से आने वाले लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

लडभड़ोल तहसील मुख्यालय होने के कारण यहां क्षेत्र की 18 पंचायतों के सैकड़ों लोग अपने रोजमर्रा का कार्य करवाने के लिए आते हैं। लेकिन शौचालय की व्यवस्था न होने से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जनवरी में हुए चुनावों में कुछ लोगों ने अपने पैसे से शौचालय बनाने का वादा किया था लेकिन अभी तक शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है।

लडभड़ोल में संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत विभिन्न उपलब्धियों के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि लडभड़ोल में प्रतिदिन आने वाले हजारों लोगों, जिनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल होते हैं लेकिन लडभड़ोल या आसपास में महिलाओं के लिए कोई शौचालय की व्‍यवस्‍था नहीं होने के कारण हर रोज महिलाओं को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है । अगर पुरुषों की बात की जाये तो शौचालय तो उनके लिए भी नही है लेकिन पुरुष लडभड़ोल की नई मार्किट में छुपते छुपाते लघु शंका करने को मज़बूर है ।

जब हम ऐसी खबरे इस वेबसाइट पर प्रकाशित करते है लोग उलटे हमसे ही सवाल करने लगते है की वेबसाइट पर खबरे छापने से कुछ नही होगा | हम उनको यही बताना चाहते है की भैया हमने आपको एक प्लेटफार्म दिया है अपनी बातें रखने का | हमसे जितना हो रहा है हम कर रहे है | हम यह खबरे स्थानीय पंचायत के प्रधानों को फॉरवर्ड भी कर देते है | अब थोड़ी सी मेहनत आप भी कर लो | हम तो सोचते है की लडभड़ोल तहसील के सभी लोग अगर एक-एक हज़ार रूपए भी देंगे तब तभी चार-पांच लाख रूपए इकठ्ठे हो जायेंगे | खुद ही बना देंगे शौचालय | बहुत से युवा नेता है लडभड़ोल में जो भविष्य में एमएलए या जिला परिषद बनना चाहते है | उनको कहो की ऐसा कुछ काम शुरू करो और जनता का हीरो बन जाओ | यही मौका है |





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