22 October 2015

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नाम पर लडभड़ोल में फर्जीवाड़ा, सैकड़ों लोगों ने भर दिए फ़र्ज़ी फार्म

लडभड़ोल : लडभड़ोल में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के नाम से धड़ल्ले से फर्जी फॉर्म बिक रहे हैं। फार्म की एवज में लोगों से 20 रुपये लिए जा रहे हैं। फार्म में योजना के तहत सरकार की ओर से 2 लाख रुपये का अनुदान मिलने की बात कही गई है जबकि केंद्र या राज्य सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है। इन दिनों लडभड़ोल में ऐसे आवेदन प्रधानमंत्री बेटी बचाओ योजना के नाम पर भरवाए जा रहे हैं।

2 लाख रूपए मिलने का दावा
आवेदन के लिए लोगों को बताया जा रहा है कि 8 से 32 वर्ष तक की आयु की बेटियों के लिए यह फार्म भरे जा सकते हैं। फार्म भरने के बाद केंद्र सरकार की तरफ से दो लाख रुपये दिए जाएंगे। लोग पैसे के लालच में आकर लोग धड़ल्ले से फार्म भर रहे हैं। फार्म को भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, शास्त्री भवन, नई दिल्ली के पते पर भेजा जा रहा है। यही नहीं इस फार्म पर पंचायत प्रधानों की मोहर सहित हस्ताक्षर भी करवाए जा रहे हैं। कुछ प्रधान इस पर बिना कुछ देखे या पुष्टि किए फार्मों पर धड़ाधड़ हस्ताक्षर कर रहे हैं।

कई राज्यों में फैली अफवाह
योजना के तहत किसी को भी व्यक्तिगत लाभ नहीं दिया जा रहा और न ही खाते में सीधा पैसा भेजा जा रहा है। यह अफवाह देश के कई राज्यों में फ़ैल चुकी है। संबधित मंत्रालय ने मामले की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को भी सौंपी है। बाल एवं महिला विकास परियोजना लडभड़ोल के व्रत पर्यवेक्षक जगदेव ने कहा की इस तरह की कोई योजना नहीं है और न इसके द्वारा कोई सहायता राशि दी जाती है। ये जो फार्म महिलाओं द्वारा भरे जा रहे हैं वे फर्जी हैं।

पढ़े लिखे होने का परिचय दें
लडभड़ोल.कॉम अपने पाठकों से अपील करता है की इस तरह की अफवाहों को फैलने न दें। हमें कई लोगों ने इस योजना के बारे में बताया तभी हमने इसकी पड़ताल शुरू की। पड़ताल में सामने आया की इस तरह की कोई योजना सरकार की ओर से नहीं चलाई गई है। यह पूरी तरह से फर्जीवाड़ा है। अगर कोई बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत दो लाख रुपये का अनुदान दिलाने की बात कह रहा है, तो यह पूरी तरह फर्जी है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। आप भी पढ़े लिखे होने का परिचय दें और अन्य लोगों को ऐसी अफवाहों के प्रति जागरूक करते रहें।


यह है फ़र्ज़ी फार्म




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