22 October 2015

पूर्व प्रधान का आरोप, तुलाह व चुल्ला में नियमों को ताक पर रखकर काटे गए खैर के 400 पेड़

लडभड़ोल : हिमाचल दस्तक अख़बार की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार वन विभाग कि अनुमति से ठेकेदार के माध्यम लडभड़ोल क्षेत्र के डोल, तुलाह व चुल्ला गांवों से खैर के पेडों से कत्था बनाने के लिए पेडों का कटान किया जा रहा है। जिसके तहत इन स्थानों में लगभग 400 से अधिक पेडों को काटा गया है, परंतु नियमों को ताक पर रख कर। तुलाह पंचायत के पूर्व प्रधान एवं अधिवक्ता रंणजीत चौहान ने बताया कि विभाग के नाक तले विभाग कि शह पर ठेकेदार द्वारा खैर के पेडों को जडों व तनों तक काटा गया है, जो कि नियमों के खिलाफ है।

शिकायत सौंपी मगर नहीं हुई कार्यवाही
उन्होनें कहा कि नियमानुसार पेड को तने से डेढ़ से दो फुट उपर तक काटा जाना चाहिए। परंतु उक्त स्थान पर तो खैर के पेडों को जडों से उखाड कर नष्ट किया जा रहा है। उन्होनें कहा कि उनके द्वारा इस बारे 29 जनवरी 2019 को विभाग के डीएफओ को भी शिकायत सौंपी गई थी। परंतु जब उनके द्वारा इस बारे कोई उचित कदम नहीं उठाया गया तो दो दिन पहले सारे मामले कि शिकयत वन विभाग के चीफ कंज़रवेटर फोरेस्ट,डी. सी. मंडी,एस. डी. एम.,एस. पी. बिजलेंस व पुलिस को शिकायत की है।

"हाईकोर्ट की लेंगे शरण"
उन्होनें कहा कि ये सरासर अवैध कटान है। उन्होनें बिजलेंस विभाग से मांग कि है की उनके द्वारा विभाग एवं ठेकेदार के विरूद्व अपराधिक मामला दर्ज कर सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होनें कहा कि अगर ऐसा नहीं जाता है तो वे सारे मामले को हाई कोर्ट व राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण में ले जाएगें।

डी.एफ.ओ ने दिया बयान
वन विभाग जोगिंद्रनगर के डी.एफ.ओ राजीव कुमार से जब इस बारे में बात की गयी तो उन्होंने कहा की ऐसा कुछ नहीं है। वन विभाग कि भूमि से कोई पेड नहीं काटा गया है। नीजी भूमि में भी पेड गिर गया था जो कि उखड़ा है। इस बारे एक जांच कमेटी गठित की गई है। उसकी रिर्पोट आते ही दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी।

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