22 October 2015

राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए शहीद सतपाल, भावुक कर देंगी तस्वीरें

लडभड़ोल : जम्मू कश्मीर के पूंछ में शहीद हुए गांव सिमस के जवान सतपाल जसवाल का शुक्रवार को सरकारी सम्मान के त्रिवेणी महादेव तीर्थ स्थल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान कई फौज के अधिकारी भी शामिल हुए। शहीद की आखिरी यात्रा में नम आंखों के साथ सैंकड़ों ग्रामीण शामिल हुए।

बेटे ने दी मुख्याग्नि
जवान को सेना की ओर से बंदूकों की सलामी दी गई। जसपाल के पार्थिव शरीर को को मुखाग्नि उनके 20 वर्षीय बेटे अभिषेक जसवाल व चचेरे भाई आकाश जसवाल ने दी। इस दौरान शहीद की बेटी भावना भी अंतिम संस्कार के वक़्त त्रिवेणी महादेव तीर्थ स्थल पर मौजूद रही। रोते-बिलखते बेटे व बेटी को सांत्वना देने के लिए आस पास के लोग देश के लिए गौरव की बात बता उन्हें इस पीड़ा से उबारने को दिलासा देते रहे।

हर तरफ छाया मातम
इससे पहले सतपाल जसवाल का शव शुक्रवार सुबह लगभग साढ़े दस बजे पैतृक गांव सिमस पहुंचा। सैनिक का पार्थिव का शव पैतृक गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिजनों की चीख पुकार सुन वहां पर मौजूद लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। सैनिक की पत्नी शव देखते ही दहाड़े मारकर रोते हुए गिर पड़ीं और हर तरफ मातम छाया रहा।


संजीव शर्मा की जाँच की मांग
दलेड़ वार्ड से जिला परिषद सदस्य संजीव शर्मा ने सैनिक की आकस्मिक मौत की जाँच करने की मांग की है। उन्होंने कहा की वह हाल ही में 5 दिसम्बर को छुट्टियां काटकर वापिस गए थे। कुछ दिन पहले ही उनके सास व ससुर का देहांत हुआ है ऐसे में पूरी जिमेवारी उनपर थी। उन्होंने कहा की इस मौत की उच्चस्तरीय जाँच होनी चाहिए।

ये रहे मौजूद
इस मौके पर प्रशासन की और से तहसीलदार राजेश जरियाल, दालद वार्ड से जिला परिषद सदस्य संजीव शर्मा, शांति स्वरूप शर्मा, शक्ति राणा, कथौण पंचायत के उप-प्रधान ध्यान सिंह, विवेक जसवाल, शव के साथ आये बीएसएफ के इंस्पेक्टर आरएस मालवीय, हेड कांस्टेबल साजो, बुद्धि सिंह, सोनू दुबे, राज कुमार, सहित करीब डेढ़ दर्जन जवान सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

देखें वीडियो व तस्वीरें :



















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