22 October 2015

तिरंगे में लिपटकर घर पहुंचा सिमस का लाल, चीख पुकार से सबकी आँखे हुई नम, देखें तस्वीरें

लडभड़ोल : पुंछ जिले में बुधवार को नियंत्रण रेखा के पास गोली लगने से शहीद हुए सिमस के निवासी सतपाल जसवाल का शव शुक्रवार सुबह लगभग साढ़े दस बजे पैतृक गांव सिमस पहुंचा। सैनिक का पार्थिव का शव पैतृक गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिजनों की चीख पुकार सुन वहां पर मौजूद लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। सैनिक की पत्नी शव देखते ही दहाड़े मारकर रोते हुए गिर पड़ीं और हर तरफ मातम छाया रहा।

चीख पुकार से दहला कलेजा
सैनिक का पार्थिव शरीर सेना के वाहन से सिमस गांव स्थित उनके घर पहुंचा। हर कोई शहीद के अंतिम दर्शन के लिए बेताब नजर आ रहा था। घर परिवार के अलावा आस-पास के लोगों का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया। ताबूत से शव बाहर निकालते ही चीख पुकार से वहां मौजूद लोगों का जहां कलेजा दहल गया वहीं पत्नी दहाड़ें मारकर पति के शव से लिपट गई। वहीं उनकी 23 वर्षीय बेटी तथा 20 वर्षीय बेटे को बिलखते देख हर किसी की आँखे नम हो गयी। बूढ़े माँ-बाप भी बेटे को ताबूत में देखकर सुध-बुध खो बैठे है।

मौत की गुथी अभी भी उलझी
शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में लोग वहां पहुंचे। बता दें की बीएसएफ के एएसआई सतपाल जसवाल की अचानक गोली लगने से हुई मौत की गुत्थी अभी भी उलझी हुई है। जम्मू और कश्मीर की प्रमुख अख़बारों द्वारा इसे सोशल मीडिया में आत्महत्या के रूप में प्रोजेक्ट किया गया है। हालंकि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों तथा अधिकारियों ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा की यह मौत सदिग्ध है तथा जाँच जारी है।

तस्वीरें नीचे देखें :


शव को गाडी से उतारते हुए जवान
साथ आये सैनिकों ने दिया कन्धा
तिरंगे में लिपटा था शव
लोगों का उमड़ा हुजूम
शव घर पहुंचते ही मची चीख पुकार
माहौल हुआ गमगीन




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