लडभड़ोल : केंद्र की नई दवा नीति के विरोध में केमिस्टों की देशव्यापी हड़ताल का लडभड़ोल बाजार में व्यापक असर देखा गया। लडभड़ोल में सभी दवा विक्रेताओं की दुकानें बंद रहीं। ऑल इंडिया केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन हड़ताल को सफल बनाने के लिए सुबह से ही जुटी रही।
केमिस्ट यूनियन जोगिंदरनगर के प्रधान सुधीर शर्मा ने बताया कि सरकार ऑनलाइन फार्मेसी, केंद्रीय ई-पोर्टल को लागू कर रही है, जो केमिस्टों को स्वीकार नहीं हैं। जिसका वे विरोध करते हैं। अगर कोई व्यक्ति केमिस्ट के पास नशीली दवाई लेने आता है तो डॉक्टर द्वारा लिखित अनुमति के बिना वे नशे की दवाई नहीं देते, लेकिन दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री होने से कोई भी व्यक्ति नशीली दवाई मंगवा सकता है। ऐसा करने से युवाओं में नशे की लत बढ़ेगी।
इंटरनेट पर देखकर किशोर व युवा ऐसी दवाई मंगवा लेंगे जो शरीर के लिए हानिकारक होगी। ऑनलाईन दवाई मंगवाना मरीजों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ है। दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री से बेरोजगारी बढ़ेगी। इस समय देशभर में आठ लाख केमिस्ट हैं व 40 लाख कर्मचारी इस क्षेत्र में काम करते हैं। नई प्रणाली से सभी का काम प्रभावित होगा।
दवा विक्रेताओं ने चेतावनी दी है की सरकार इस ऑनलाइन दवा बिक्री को तुरंत बंद करें। अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वो अनिश्चतकालीन हड़ताल पर जाने को विवश होंगे।
22 October 2015
केमिस्टों की हड़ताल का लडभड़ोल बाजार में भी असर, दवा के लिए परेशान दिखे लोग
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