लडभड़ोल : तहसील क्षेत्र लड़भड़ोल की मतेहड़ पंचायत (पंडोल) में शहीद विकास भारद्वाज का तीसरा शहीदी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर दलेड वार्ड से जिला परिषद संजीव शर्मा ने विशेष रूप से शिरकत की। विकास भारद्वाज तीन वर्ष पहले मणिपुर में उल्का उग्रवादियों द्वारा बिछाई गई बारूदी सुरंगों के ब्लास्ट में शहीद हो गए थे। उस समय भारतीय सेना ने इस ब्लास्ट में अपने 18 जवान खोए थे।
विकास भारद्वाज अपने माता पिता के इकलोते पुत्र थे। आज भी उनका परिवार उन्हें याद करके रोता है। विकास भारद्वाज 2010 में सेना में भर्ती हुआ था। बीकाम करने के बावजूद विकास ने देश सेवा का क्षेत्र चुना तथा मंडी जाकर सेना में भर्ती हुआ था। पिता राकेश भारद्वाज, दादी सकीना, मां मीरा देवी व बहन शिवानी भारद्वाज विकास की शहादत पर गौरवान्वित हैं लेकिन शहादत के तीन साल बाद भी आंखों से आंसू टपक पड़ते है।
जिला परिषद् संजीव शर्मा ने इस दुखद घडी में उनके साथ रहे और इस वीर सिपाही के परिवार को ढांढस बंधाया l इस अवसर पर संजीव शर्मा ने अपनी जिला परिषद निधि से शहीद के गाँव तक की सड़क (जीरो मोड़ से पटणु) के लिए डेढ़ लाख रूपये देने की घोषणा भी की। विकास की बदौलत पटणू गांव व हमारा लडभड़ोल देश को गौरवान्वित करने वाला कहलाता है।
इस अवसर पर संजीव शर्मा ने कहा की शहीद जवान तो समाज के प्रति अपना दायित्व निभा कर अमर हो जाता है लेकिन ये हम लोगों की जिमेदारी है की हम उनके परिवारों की हिफाजत व सम्मान करें। इस मोके पर गाँव के वरिष्ठ लोग विक्रम जसवाल, बेली राम, कैप्टन रणवीर सिंह, पूर्वी चन्द, शमशेर सिंह, सुरेंदर भरद्वाज, दिनेश भरद्वाज आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।
जिलापरिषद संजीव शर्मा शहीद विकास भारद्वाज के तीसरे शहीदी दिवस पर शहीद विकास भारद्वाज को पुष्प अर्पित करते हुए l
विकास की फोटो पर हार पहनाती हुई विकास की माता
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