लडभड़ोल : हिमाचल सरकार ने पिछले तीन साल से कई बार भांग उखाड़ो अभियान चलाया लेकिन इस अभियान का कुछ खास असर लडभड़ोल क्षेत्र में देखने को नहीं मिल रहा है। लडभड़ोल क्षेत्र की तुलाह पंचायत के कोठी गांव में भांग के बड़े-बड़े पौधे उग आये है जो वहां से गुज़रने वाले नशेडि़यों के लिए वरदान साबित हो रहे है। इस गांव के आसपास काफी भांग उगी है तथा यह भांग नशेड़ियों को मुफ्त नशा करने का साधन बन रही है।
मंगलवार को कोठी गांव में कुछ स्थानीय लोग वाहन से गुज़र रहे थे तब उन्होंने इन भांग के पौधों के बीच कुछ लोगों को भांग रगड़ते हुए देखा। युवक मंडल के प्रधान प्रताप चंदेल ने बताया की रोज़ाना कई लोग यहां इसी तरह भांग मसलने आते है। आसपास के कई ग्रामीण क्षेत्रों से भांग का नशा करने वाले लोग इन पौधों के बीच घुस जाते है और पूरा-पूरा दिन हाथ रगड़-रगड़कर सुल्फे का नशा तैयार करते हैं फिर उसको तोड़ कर सिगरेट में मिलाकर धुंए में उड़ाते हैं।
वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है की कुछ नशेड़ी दिहाड़ी देकर लोगों को भाग मसलने के लिए यहां लाते है। पिछले साल एसडीएम से शिकायत करने पर इस भांग को उखाड़ दिया गया था लेकिन इस बार भांग को अभी तक उखाड़ा नहीं गया है। भांग के नशे की लत की चपेट में आए नौजवान युवकों को यह भांग के पौधे फ्री में नशा उपलब्ध करवा रहे हैं।
कोठी गांव के युवक मंडल के सदस्यों व ग्रामीणों प्रताप सिंह, सुशांत कुमार, तिलक राज, खुशवंत, मनीष आदि ने बताया की रोज़ाना इस तरह नशेड़ियों का तरह उनके गांव में पहुंचना उनके लिए असुरक्षा का माहौल तैयार करता है। इन लोगों ने प्रशासन से मांग की है की इस भांग को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठायें जाए क्यूंकि यह भांग नौजवान के दिमाग में चढ़ने पर उनकी तथा उनके परिवार को तबाह कर देती है।
इस बारे में जब तुलाह पंचायत के प्रधान राज सिंह से बात की गयी तो उन्होंने बताया की पिछले साल भी पंचायत द्वारा इस भांग को नष्ट करवाया गया था और इस वर्ष भी शीघ्र ही इसे नष्ट करने के प्रयास किये जायेंगे।
फोटो :
कोठी गांव में उगी हुई भांग
गेंहू से ज्यादा है भांग की पैदावार
ग्रामीणों ने की प्रशासन से नष्ट करने की अपील
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