लडभड़ोल : लडभड़ोल तहसील के खद्दर गांव में इस दशक का सबसे भीषण अग्निकांड होने की खबर है। वीरवार देर रात आग ने ऐसा कहर बरपाया कि देखते ही देखते दो परिवारों के आशियाने जलकर राख हो गए। इस आग ने इन परिवारों की उम्र भर की जमापूंजी से साथ भविष्य के सपनों को भी पलभर में राख कर डाला। यह भीषण हादसा लोगों के दिलों में कभी नहीं उभरने वाला जख्म भी दे गया है। इस घटना में किसी तरह का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।
यह घटना वीरवार रात को पेश आई है। बताया जाता है कि वीरवार देर रात लगभग डेढ़ बजे खद्दर निवासी विजय कुमार और सुनील कुमार पुत्र राजमल के मकानों में अचानक आग लग गई और देखते ही देखते आग ने भयानक रूप धारण कर लिया। आसपास के लोगों ने आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश की लेकिन उसमें सफल नहीं हो सके। आग लगने की सुचना फायर ब्रिगेड को भी दी गयी लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड पहुंचती उससे पहले ही दो परिवारों के घर के आठ कमरे और सपने दोनों जलकर राख हो गए। फिर भी फायर बिग्रेड की मदद से आग पर पूरी तरह से काबू पाया लिया गया। अब दोनों परिवार बेघर हो गए हैं।
बताया जा रहा है जिस समय आग को बुझाया जा रहा था उस दौरान घर में रखा सिलेंडर भी फट गया जिससे आग बुझाने में जुटे हुए कुछ लोग तथा घटनास्थल पर मौजूद लोग भी घायल हुए है। कई लोगों को टांगों तथा सिर में हल्की छोटी आयी है। आग से घर में रखा सारा सामान पूरी तरह जल गया है। पलभर में अपने आशियाने को राख होता देख सदस्य अपनी किस्मत को कोस रहे थे। सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। हालाँकि आग कैसे लगी इसके कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
दोनों परिवारों के लिए यह आग त्रासदी बन गई। आग में लोगों ने उम्र भर खून-पसीना बहा कर जो संपत्ति बनाई थी वह तो खोई ही साथ में अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए इन लोगों ने जो अरमान संजोए थे वे भी आग से खाक हो गए। इस अग्निकांड में दो भाइयों के लगभग 8 कमरे पूरी तरह राख हो गए है। घरों में रखा सामान, खाद्य वस्तुएं, कपड़े बर्तन, कागजात, जेवर, 2 लाख नकदी, कार्ड पूरी तरह आग की भेंट चढ़ गए है। ग्राम पंचायत प्रधान ने घटनास्थल का जायजा लिया और लगभग 15 लाख रूपए के नुकसान का अनुमान लगाया है। उन्होंने पीड़ित परिवार की सहायता के लिए प्रशासन से हर सम्भव सहायता करने की गुहार लगाई है।
वहीं सुचना मिलते ही प्रशासन की और से क्षेत्रीय कानूनगो अमरनाथ सिंह, पटवारी बुद्धि सिंह व अभिषेक शर्मा रात को ही घटनास्थल पर पहुंच गए थे। वही कार्यालय कानूनगो परसराम शुक्रवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को फौरी सहायता के तौर पर पांच-पांच हजार रूपए व एक-एक तिरपाल दिया। लडभड़ोल पुलिस भी रात को ही घटनास्थल पर पहुंच चुकी थी।
लडभड़ोल क्षेत्र में यह कोई इस तरह का पहला हादसा नहीं है। इससे पहले भी लडभड़ोल क्षेत्र में कई आशियाने इसी तरह से जलकर राख हो चुके हैं लेकिन सरकार आज दिन तक इस इलाके में अग्निशमन केंद्र नहीं खोल पाई है। जिसका खामियाजा लोगों को अपने जीवन की पूरी जमापूंजी को पलभर में राख होते हुए देखकर भुगतना पड़ रहा है। इस घटना को वहां मौजूद लोगों ने अपने कैमरे में भी कैद किया है। घटना की कुछ ऊपर दिखाई गयी वीडियो तथा फोटो भी हमे प्राप्त हुई है जिसमे पीड़ित परिवारों की चीखें भी सुनी जा सकती है।
देखें वीडियो तथा फोटो :
आग की लपटों में घिरे हुए मकान
मौके पर पहुंची थी फायर ब्रिगेड
आग बुझाने की कोशिश करते हुए कर्मचारी
सुबह होने पर ऐसा दिखा मंज़र
आगे ने सबकुछ तबाह किया
चारों तरफ था भयानक मंज़र
पैर में पहनी चपलों का आलावा कुछ नहीं बचाया जा सका
सिलेंडर से हुए विस्फोट ने गिरा दी है घर की दीवारें
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