लडभड़ोल : लडभड़ोल क्षेत्र के विश्व प्रसिद्ध संतान दात्री सिमसा माता निसंतान महिलाओं को संतान प्राप्ति का सुख प्रदान करती है। विज्ञान के मुताबिक ऐसा सम्भव नहीं है लेकिन सिमसा माता मंदिर एक ऐसा मंदिर है जो इस विज्ञान को चुनौती देता है। माता सिमसा की कृपा से यहां अनेक निसंतान महिलाओं को संतान सुख प्राप्त हुआ है। आज सातवें नवरात्रे में एक ऐसी ही महिला सिमसा माता के दरबार पहुंची।
धर्मशाला के योल निवासी ईशा देवी पिछले साल अपने पति अजय कुमार के साथ वर्ष 2017 में संतान प्राप्ति के लिए आयी हुई थी। ईशा देवी ने बताया की शादी के कई साल बाद भी उन्हें संतान प्राप्ति का सुख नहीं मिल पाया था। पिछले साल मंदिर में पहुँचने के बाद वह लगभग सात दिनों तक मंदिर में सिमसा माता की तपस्या में लीन थी।
सात दिन तक तपस्या में लीन रहने के बाद सिमसा माता ने उन्हें संतान प्राप्ति में फलस्वरूप केला व फूल दिए थे। मां के आशीर्वाद से ईशा ने जुड़वाँ बच्चों को जन्म दिया है। जिसमें एक लड़का व लड़की है। शनिवार को सिमसा माता मंदिर में ईशा जुड़वाँ बच्चों और केले व फूल लेकर माता सिमसा के दरबार पहुंची। ईशा और उसके परिवार ने मंदिर में 11 हजार रूपए का दान दिया।
सिमसा माता के आशीर्वाद से संतान प्राप्ति का सुख पा चुके इस परिवार की ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं है। वह सिमसा माता की महिमा का गुणगान करते हुए नहीं थक रहे है। हमेशा की तरह इस बार भी राजस्थान, मुंबई, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों से महिलाएं मंदिर में पहुंची हैं। मंदिर के पुजारी विनोद कुमार ने कहा कि कामना पूरी होने पर श्रद्धालु मंदिर में ढोल नगाड़ों के साथ दर्शन के लिए पहुंचते हैं। देश भर से हर साल मां के दर में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
जुड़वाँ बच्चों को जन्म देने के बाद परिवार सहित मंदिर पहुंची ईशा
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