लडभड़ोल क्षेत्र की सालंग पंचायत के चांदनी गांव निवासी देवी ¨सह का परिवार अपनी दूसरी बेटी शिवानी देवी की शादी की तैयारियों में जुट चुका था। रविवार देर रात खजूर गांव में हुए सड़क हादसे ने शादी की खुशियों को मातम में बदल डाला।
देवी चंद ने सपने में भी नहीं सोचा था कि अपनी जिस लाडली बेटी के हाथों में मेंहदी लगाकर लाल रंग के जोड़े में खुशी-खुशी डोली में बिठाकर विदा करना था उसी लाडली बेटी की अर्थी उसी के घर से निकलेगी। देवी ¨सह के परिवार में चार बच्चे हैं जिनमें बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है और दूसरे बेटी शिवानी देवी की सगाई अभी कुछ ही माह पहले साथ लगते खजूर गांव में तय हो चुकी थी। दिसंबर में उसकी शादी तय थी।
रविवार देर रात को हुए जीप हादसे में शिवानी देवी भी अपनी मामी शारदा देवी के साथ समारोह में शिरकत कर वापस अपने घर लौट रही थी। लकेहड़ गांव के पास गाड़ी करीब तीन सौ फुट नीचे लुढ़क गई इसमें सवार चार लोगों की मौत हो गई इनमें एक शिवानी देवी भी शामिल थी। शारदा देवी का पति पवन कुमार दिल्ली में चालक है।
हादसे में मारे गए सभी मृतकों का उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया अंतिम यात्रा में क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने नम आखों से विदाई दी। रोपड़ी पंचायत के शारदा देवी व उसके इकलौते पुत्र अर्जुन की चिता एक साथ जली।
22 October 2015
रोपड़ी में मा-बेटे की एक साथ जली चिता
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