लडभड़ोल : तीन दिन पहले शनिवार को चाय बनाते समय आग से झुलसे कुलदीप चंद की मौत हो गई है। डाक्टरों ने उन्हें बचाने की काफी कोशिश की लेकिन आग की वजह से 70 फीसदी शरीर जलने के कारण उन्हें नहीं बचाया जा सका है। मंगलवार शाम उन्होंने टांडा अस्पताल में आखिरी साँस ली।
शनिवार शाम को हुआ था हादसा
उल्लेखनीय है कि लडभड़ोल तहसील की ग्राम पंचायत गंगोटी के निवासी कुलदीप चंद शनिवार शाम को लगभग 6 बजे अपने घर में चाय बना रहे थे तभी अचानक वह आग की चपेट में आ गए थे। । परिजनों ने फौरन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लडभड़ोल पहुंचाया था लेकिन लडभड़ोल में डॉक्टर न होने के कारण जहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुए उन्हें पहले बैजनाथ और बाद में टांडा रेफर किया गया था। आग से कुलदीप चंद का 40 प्रतिशत शरीर जल चुका था लेकिन बाद में घाव बढ़ गए थे। मृतक कुलदीप चंद वर्तमान में IPH विभाग में कार्यरत थे।
समय रहते इलाज मिलता तो बच जाती जान
लडभड़ोल में लोगों के विकास के बड़े-बड़े दावे करने वाले विधायक तथा वर्तमान कांग्रेस सरकार के यह दावे लडभड़ोल के स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र में तो पूरे होते दिखाई नहीं दे रहे है। यहां डॉक्टर की कमी कहें या फिर व्यवस्था में लापरवाही कुछ भी हो आखिर इसका खामियाजा लडभड़ोल क्षेत्र के लोगों को अपनी जान देकर भुगतना पड़ रहा है।
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