22 October 2015

चरित्र प्रमाण-पत्र के लिए लडभड़ोल के युवाओं को लगाने पड़ रहे जोगेंद्रनगर के चक्कर

लडभड़ोल : लडभड़ोल तहसील के तहत आने वाली 17 ग्राम पंचायतों के लगभग 35 हजार लोगों को अपने चरित्र प्रमाण-पत्रों को बनाने के लिए जोगेंद्रनगर पुलिस थाना के चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ रहा है।

लडभड़ोल तहसील के तहत आने वाली 17 ग्राम पंचायतों कोंलग, उटपुर, सिमस, रोपडी कलेहडू, तरेबली, खद्वर, दलेड, ममाणवनादर, रोपडी, तलकेहड, पिहड वेहडलू, कथौण, गोलंवा, वाग,भडोल, उपरीधार व तुलाह के हजारों लोग इस व्यवस्था से परेशान है।

लडभड़ोल की इन पंचायतों के युवाओं का कहना है कि दो महीने बाद आर्मी की भर्ती है जिस में भाग लेने के लिए चरित्र प्रमाण-पत्र को अनिवार्य बनाया गया है।

लडभड़ोल तहसील के लोगों को यदि चरित्र प्रमाण पत्र बनाना हो तो पहले दिन उन्हें तहसील लडभड़ोल जाना पड़ता है और दूसरे दिन वैरिफिकेशन के लिए जोगेंद्रनगर पुलिस थाना के लिए जाना पड़ता है और तीसरे दिन फिर उन्हें लडभड़ोल के तहसील कार्यालय में थाने की रिपोर्ट देकर अपना चरित्र प्रमाण पत्र बनाने को मजबूर होना पड़ रहा है। जोगेंद्रनगर पुलिस थाने में युवाओं का तांता देखा जा सकता है।

लडभड़ोल के लोगों का कहना है कि तहसील कार्यालय लडभड़ोल उन्हें हर लिहाज से सुविधाजनक व काफी नजदीक है, जबकि जोगेंद्रनगर पुलिस थाना हर लिहाज से दूर व असुविधाजनक है। इन पंचायतों के लोगों को एक छोटा सा कार्य करवाने के लिए जहां एक दिन का समय लगना चाहिए वहां 3 दिन का समय लगता है | जिससे अधिकतर गरीब लोग प्रभावित होते हैं। लोगों का यह भी कहना है जोगेंद्रनगर पुलिस थाना का चक्कर लगाने के कारण लोगों को आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ रहा है।

इस बेकार व्यवस्था से परेशान लोगों व युवाओं का कहना है की चरित्र प्रमाण-पत्र की सुविधा लोगों को भडोल में ही मिलनी चाहिए। इसके लिए कई बार प्रशासन से आग्रह किया गया है लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि भडोल चौकी में ही यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाए ताकि लोगों को सहुलियत मिल सके।





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