लडभड़ोल : लडभड़ोल के जमथला गाँव के साथ लगते जिला काँगड़ा के डंढोल गांव के बीएसएफ के एएसआइ राजकुमार राणा का सोमवार को उनके गांव में अंतिम संस्कार किया गया। वह नागालैंड में तैनात थे। वहां हृदयघात से उनकी 15 जुलाई को मौत हो गई थी।
उनकी पार्थिव देह को सोमवार को पैतृक गांव लाया गया जहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बीएसएफ में नागालैंड के सताका बटालियन हेडक्वार्टर की चारली कंपनी में तैनात एएसआइ राज कुमार राणा (51) अपने पीछे एक बेटा, बेटी व पत्नी को छोड़ गए। बीएसएफ में लगभग 30 वर्ष के सेवाकाल में उन्होंने अधिकतर सेवा जम्मू कश्मीर राज्य में सीमा पर तैनाती के दौरान पूरी की।
राज कुमार की पार्थिव देह के साथ आए बीएसएफ के एसआइ उधम ¨सह ने बताया कि मृत्यु से दो दिन पूर्व ही उन्हें इंफाल स्थित बीएसएफ की 59वीं बटालियन में विशेष लेक्चर के लिए भेजा गया था। वहां दूसरे दिन ही शाम को वॉलीबाल खेलते हुए उन्हें दिल का दौरा पड़ा तथा नजदीकी रिम्स अस्पताल इंफाल में भर्ती किया गया मगर अस्पताल पहुंचने के कुछ समय उपरांत ही उन्होंने दम तोड़ दिया। एएसआइ की पार्थिव देह शनिवार सुबह चंडीगढ़ में आने के उपरांत शाम को माधोपुर पठानकोट स्थित बीएसफ की 132वीं बटालियन के जवानों ने पैतृक गांव पहुंचाया।
बीएसएफ के जवानों ने हवा में फायर कर ससम्मान अंतिम विदाई दी। पार्थिव देह को उनके पुत्र राहुल राणा ने जमथला के पास बिनवा खड्ड में मुखाग्नि दी। इस मौके पर तहसीलदार चढि़यार परमानंद रघुवंशी, चौकी प्रभारी संतोष शर्मा, पंचायत प्रधान सुरेंद्र कुमार, बैजनाथ के भाजपा नेता मुल्ख राज प्रेमी सहित निकटवर्ती पंचायतों के लोग मौजूद रहे।
22 October 2015
जमथला के साथ बिनवा पार लगते डंढोल गाँव के एएसआइ राजकुमार पंचतत्व में विलीन
loading...
Post a Comment Using Facebook