लडभड़ोल - प्रदेश सरकार ने घर के नजदीक उच्च शिक्षा मुहैया कराने के लिए लडभड़ोल में कॉलेज तो खोल दिया हैं मगर यहां स्टाफ और मूलभूत सुविधाओं की कमी से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कॉलेज में विद्यार्थियों की संख्या भी काफी कम है।
उधर, प्रदेश विश्वविद्यालय की अधिसूचना के बाद कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जमा-दो पास करने वाले विद्यार्थी साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स से स्नातक करने के लिए अच्छे कॉलेजों में एडमिशन लेने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन लडभड़ोल में कॉलेज सरकारी स्कूलों के कमरों में चल रहा हैं। कॉलेज के भवन निर्माण के नाम पर एक ईंट भी नहीं लगी है। पढ़ने के लिए आधारभूत ढांचा और स्टाफ न होने से कॉलेज में विद्यार्थियों का आंकड़ा भी नहीं बढ़ा है।
प्रदेश सरकार ने वर्ष 2014 में लडभड़ोल में कॉलेज खोलने की अधिसूचना जारी की थी । आधारभूत ढांचा तैयार करने के लिए सरकार ने लडभड़ोल कॉलेज को पांच करोड़ रुपये की घोषणा की। लेकिन आज तक कॉलेज में भवन निर्माण कार्य शुरू तक नहीं हुआ है। लडभड़ोल कॉलेज की आर्ट्स और कॉमर्स की कक्षाएं स्कूली कमरों में चल रही हैं। कॉलेज में गैर शिक्षक स्टाफ के पद खाली पड़े हैं। भवन न होने के कारण कक्षाएं लगाने के लिए स्कूल में अस्थायी तौर पर दिए गए कमरे कम पड़ रहे हैं।
लडभड़ोल डिग्री कॉलेज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लडभड़ोल के चार कमरों में चल रहा है। पिछले सत्र में लडभड़ोल कॉलेज में विद्यार्थियों की संख्या आर्ट्स में 66 थी | जो बहुत कम है | इस बार भी कमर्स संकाय के प्रथम वर्ष के लिए प्रवेश प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है लेकिन विद्यार्थी लडभड़ोल कॉलेज की तरफ कुछ खास रूचि नहीं ले रहे है |
वीरभद्र सरकार के विकास के दावों की पोल यहाँ खुलती हुई नज़र आती है | स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि भी अभी तक कॉलेज भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं करवा पाए है | हिमाचल में विधानसभा चुनाव अगले साल आने है | मंत्री फिर से इस तरह के झूठे वादे करके फिर से सत्ता हासिल कर लेंगे |
क्षेत्र के लोगों ने सरकार से एक बार फिर गुहार लगाई है की जल्दी से जल्दी लडभड़ोल कॉलेज के भवन का निर्माण करके अपने किये गए वादे को निभाए | जिससे स्थानीय विद्यार्थियों को कुछ राहत मिल सके |
Published by Amit Barwal (ऊटपुर)
मोबाइल :+918146121718
22 October 2015
लडभड़ोल कॉलेज के भवन निर्माण के नाम पर नहीं लगी एक भी ईंट, प्रवेश प्रक्रिया फिर शुरू
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