लडभड़ोल : ऊहल तृतीय चरण के निर्माण में लगे मजदूरों ने वेतन न मिलने के कारण कार्य बंद कर दिया है। मच्छयाल व खद्दर में चल रहे ऊहल तृतीय चरण के कार्य को दोनों तरफ से बंद कर दिया गया है। पहले मजदूरों को महीने की सात तारीख को वेतन भुगतान करना तय हुआ था, लेकिन इस बार सात तारीख को वेतन नहीं दिया गया। हालांकि उसके बाद भी मजदूरों ने काम को चालू रखा।
कंपनी ने मजदूरों को वेतन के लिए 19 तारीख का समय दिया था, लेकिन 19 को भी मजदूरों को वेतन न देने पर उन्होंने कार्य को बंद कर दिया है। सीटू के प्रधान टेक चंद ने कहा कि जब तक कंपनी वेतन का भुगतान नहीं करेगी, तब तक कार्य बंद रहेगा।
मात्र 431 करोड़ रूपए की अनुमानित लागत से बनने वाली प्रदेश बिजली बोर्ड की 100 मेगावाट की उहल परियोजना की अनुमानित लागत अब 1280 करोड़ से भी अधिक हो गई है | पिछले 13 सालों में यह परियोजना सरकार को लागत में ही 850 करोड़ से अधिक का चुना लगा चुकी है | यदि उत्पादन घाटे का अनुमान लगाया जाये तो आंकड़ा 2000 करोड़ से भी अधिक है |
22 October 2015
खद्दर में चल रहे ऊहल तृतीय चरण के प्रोजेक्ट का काम एक बार फिर से बन्द
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