लडभड़ोल : लडभड़ोल क्षेत्र के हरड़ गांव से गंगोटी गांव तक की गयी टायरिंग तीन महीने में ही उखड़ना शुरू हो गई है। ग्रामीणों का आरोप है की लाखों रुपये खर्च कर नवम्बर माह में सड़क में टारिंग की गई थी। उन्होंने इतने कम समय में टारिंग उखड़ने से लोनिवि की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये हैं।
लोनिवि की कार्यप्रणाली पर उठाये सवाल
लडभड़ोल.कॉम से बात करते हुए बिट्टू चौहान, खेम सिंह, भूरी सिंह, रघुवीर सिंह, रमेश सिंह, कृष्ण आदि ने बताया की सड़क निर्माण के लगभग 15 साल बाद इस सड़क पर बीते नवम्बर महीने में इस सड़क पर हरड़ से गंगोटी गांव तक टायरिंग की गयी थी लेकिन यह तीन चार महीने भी नहीं टीक नहीं पाई और कई जगह से उखड़ना शुरू हो गयी है। इन सभी ग्रामीणों ने लोनिवि की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। लोगों ने इस संबंध में जांच की मांग की है।
जाँच की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि काफी सालों बाद लोक निर्माण विभाग ने इस सड़क पर टायरिंग बिछाई है, जिससे ग्रामीणों का सफर सुहाना हो गया था, लेकिन लोक निर्माण विभाग ने ग्रामीणों को सड़क टायरिंग में घटिया सामग्री का प्रयोग कर सड़क चकाचक करने का लालीपॉप थमा दिया है। लिहाजा, ग्रामीणों ने विभाग के उच्चाधिकारियों से सड़क का जायजा लेने की मांग की है और सड़क पर उच्च क्वालिटी की टायरिंग करने की आग्रह किया है।
एसडीओ ने दिया बयान
इस बारे में जब लोक निर्माण विभाग लडभड़ोल के सहायक अभियंता प्यार चंद से बात की गयी तो उन्होंने कहा की अभी इस सड़क पर टायरिंग का काम चला हुआ है। उक्त स्थान पर मिटी धंसने पर सड़क को नुकसान पहुंचा है। ठेकेदार को उस स्थान पर सड़क ठीक करने के निर्देश दे दिये गए है। अगले पांच साल तक सड़क के रखरखाव की जिमेवारी ठेकेदार की रहेगी।
देखें तस्वीरें :
22 October 2015
15 साल बाद हुई टायरिंग से सफर हुआ था सुहाना, 3 महीने में उखड़ना शुरू, जाँच की मांग
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