22 October 2015

खेलों में छात्राओं का भविष्य संवार रहे विनय मेहता, पांच वर्षों में दिए 7 नेशनल व 28 स्टेट खिलाडी

लडभड़ोल : खेल के मैदान पर कोच शिक्षक होता है। कोच का ईमानदार प्रयास और खिलाड़ी की मेहनत से ही कामयाबी की कहानी लिखी जाती है। आज हम लडभड़ोल क्षेत्र के एक अकेले शख्स की प्रतिबद्धता की बात करेंगे जिन्होंने लडभड़ोल क्षेत्र में हैंडबॉल के खिलाडियों को तराशकर लडभड़ोल क्षेत्र में हैंडबॉल के सुनहरे युग की शुरुआत की है।

अंडर-14 हैंडबॉल में किया नाम रोशन
आज हम लडभड़ोल क्षेत्र के ऐसे शख्स की कहानी लेकर आये हैं जिसने लडभड़ोल क्षेत्र के एक स्कूल की छात्राओं का खेलों में भविष्य बनाने के लिए एड़ी-छोटी का जोर लगा रखा है। इस स्कूल की अंडर-14 वर्ग की कई छात्राएं राष्ट्रीय स्तर पर विद्यालय का नाम रोशन कर रही है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर वो शख्स कौन है जिसके बारे में हम इतनी बातें कर रहे हैं। तो वो शख्स कोई और नहीं बल्कि लडभड़ोल क्षेत्र के राजकीय उच्च पाठशाला पपलोटू के शारीरिक शिक्षक विनय मेहता है।

विनय मेहता की अगुवाई में स्थापित किये नए आयाम
मूल रूप से लडभड़ोल क्षेत्र के मोरतन गांव के निवासी विनय मैहता पिछले कई वर्षों से राजकीय उच्च पाठशाला पपलोटू में शारीरिक शिक्षक के पद पर तैनात है। विनय मेहता की अगुवाई में स्कूल की अंडर-14 वर्ग की कई छात्राएं पिछले पांच वर्षों के दौरान हैंडबॉल में जिला स्तर, राज्य स्तर तथा राष्ट्रीय स्तर पर लडभड़ोल क्षेत्र का नाम रोशन कर अपना लोहा मनवा रही है। राजकीय उच्च पाठशाला की अंडर-14 वर्ग की छात्राएं पिछले 5 वर्षों में तीन बार जिला स्तरीय खेलों में ख़िताब जीत चुकी है जबकि दो बार उप-विजेता रही है।

कई बार बना विजेता
2014 में शुरू हुआ यह सिलसिला 2019 आते आते भी बिना रुके जारी है। हैंडबॉल में पहली बार 2014 में पपलोटू अंडर-14 जिला स्तरीय खेलों में उप विजेता बना था। 2015 में हुई जिला स्तरीय खेलों में पिछले वर्ष की नाकामियों को पीछे छोड़ते हुए पपलोटू पहली बार जिला स्तरीय खेलों में हैंडबॉल का सरताज बना। हालांकि वर्ष 2016 में एक बार फिर पपोल्टू को जिला स्तरीय खेलों में उप विजेता बना। उसके बाद 2017 व 2018 में पपलोटू ने वापसी करते हुए लगातार दो वर्ष हैंडबॉल का ख़िताब अपने नाम किया है। जिला स्तरीय खेलों में ख़िताब जीतना बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।

सभी स्तरों पर दिखाया दम
पपलोटू स्कूल की छात्राएं पिछले पांच वर्षों के दौरान राष्ट्रीय स्तर तक अपनी प्रतिभा दिखा चुकी है। राज्य स्तरीय खेलों में वर्ष 2014 के दौरान इस पाठशाला के 5 बच्चों ने भाग लिया। वहीं वर्ष 2015 आते आते हैंडबॉल में पाठशाला की 8 छात्राओं ने राज्यस्तरीय खेलों में अपना दमख़म दिखाया। इसके आलावा वर्ष 2016 में 4, 2017 में 5 तथा 2018 में 6 छात्राएं राज्यस्तरीय खेलों में अपना दम दिखा चुकी है।

7 राष्ट्रीय खिलाडी
बात अगर राष्ट्रीय स्तर की की जाये तो भी इस स्कूल की बेटियां किसी से कम नही है। पिछले 5 वर्षों के दौरान 7 छात्राएं राष्ट्रीय स्तर तक हिमाचल का नाम रोशम कर रही है। इस वर्ष भी पाठशाला की 2 छात्राएं राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित हुई है जो 11 जनवरी से हरयाणा के हिसार में हिमाचल का प्रतिनिधित्व करेगी।

अन्य स्कूलों के लिए उद्धारहण
इस स्कूल की इन खिलाड़ियों ने समय-समय पर अपनी प्रतिभा का परचम लहराकर न सिर्फ जिले का बल्कि प्रदेश का नाम रोशन किया है। इस कामयाबी के पीछे शारीरिक शिक्षक विनय मेहता का प्रयास का सबसे बड़ा योगदान है हैं जो खिलाड़ियों की सफलता के मार्गदर्शक बने हुए हैं। खेलों में लगातार कामयाबी हासिल कर लडभड़ोल क्षेत्र का यह सरकारी स्कूल क्षेत्र के अन्य सरकारी स्कूलों के लिए एक उदाहरण पेश कर रहा है।


राजकीय उच्च पाठशाला पपलोटू के शारीरिक शिक्षक विनय मैहता
इस वर्ष राष्ट्रीय खेलों के लिए चयनित हुई छात्राएं




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