22 October 2015

ना सहायक न कनिष्ठ अभियंता, ना ही फील्ड स्टाफ, लड़भड़ोल का विद्युत् उपमंडल राम भरोसे

लडभड़ोल : सरकारें जनता को बेहतर सुविधाएं देने का दावा करती हैं व सत्ता पर काबिज होती है, लेकिन विभिन्न विभागों में कर्मचारियों के दर्जनों पद रिक्त पड़े हैं, जिन्हें न भर कर उनके सारे दावे हवा हो जाते हैं । अब नई सरकार से आस है कि वह इस समस्या से निजात दिलवाएगी।

अच्छे दिनों के इंतज़ार में लडभड़ोल विद्युत् उपमंडल
तहसील क्षेत्र लड़भड़ोल का विद्युत् उपमंडल आज भी अपने अच्छे दिनों के लिए बाट जोह रहा हैl आलम यह है की क्षेत्र की 17 पंचायतों को बिजली की पूर्ति बहाल करने वाले लड़भड़ोल विद्युत् उपमंडल में न तो सहायक अभियंता है, न ही कनिष्ठ अभियंता हैं, न ही फील्ड स्टाफ और न ही क्लेरिकल स्टाफ है l यहाँ सब कुछ राम भरोसे चल रहा है।

स्टाफ की भारी टोटा
अगर यहाँ बिजली गुल हो जाये तो उसे वापिस लाने में दिनों का इंतजार होता है l यही नहीं अगर आपने बिजली का बिल देना हो तो भी आप को तीन चार महीने का इक्कठा बिल हाथ में थमा दिया जाता है l वेसे तो यहाँ बात करने की लिए कोई अधिकारी मौजूद नहीं है लेकिन उपस्थित कर्मचारियों की बात माने तो यहाँ स्टाफ की भारी कमी है

कई पद खाली
विद्युत् तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश संगठन सचिव व इकाई सचिव जोगिन्द्र नगर अरुण कुमार ठाकुर ने बताया की विधुत उपमंडल लड़भड़ोल में पिछले दो महीनों से सहायक अभियंता का पद रिक्त चला हुआ है l जिसके कारण उपमंडल में कार्यरत कर्मचारी ही नहीं अपितु क्षेत्र की जनता को भी परेशानी का सामना करना पड रहा है l उन्होंने बताया की विधुत उपमंडल लड़भड़ोल में छ: पद कनिष्ठ अभियंताओं के स्वीकृत हैं लेकिन पिछले तीन वर्षों से केवल दो कनिष्ठ अभियंता ही अपनी सेवाएं यहाँ दे रहे हैं l

33 केवी विद्युत् उप केंद्र चल्हाणु की हालत भी खस्ता
लाईन मैन के लिए यहाँ ग्यारह 11 पद स्वीकृत किये हुए हैं लेकिन वर्तमान में यहाँ केवल मात्र चार पद ही भरे हुए हैं l टी मेट के स्वीकृत चोदह 14 पदों में इस समय चार पद खाली हैं l वहीं एलेक्ट्रिशन के दो पद है जो बरसों से खाली पड़े हुए है l हेल्पर सबस्टेशन के स्वीकृत पांच पदों में से मात्र एक भरा गया है वह भी जूनियर हेल्पर के तोर पर कार्य कर रहा है l अरुण ठाकुर ने कहा की 33के० वी० विधुत उप केंद्र लड़भड़ोल जो चल्हाणु गाँव में है की दुर्दशा तो इससे भी बदतर है l यहाँ कार्यरत कर्मचारियों के बैठने के लिए न तो कोई फर्नीचर है, न लिखने के लिए कोई स्टेशनरी, ना हीं पानी की उचित सुविधा, न ही दूरभाष की कोई सुविधा है l

भारी तनाव में कर्चमचारी
उन्होंने बताया की ये उपकेन्द्र विधुत उपमंडल लड़भड़ोल और विद्युत् उपमंडल चढिहार के लगभग बीस हजार उपभोगताओं को निर्वाध रूप से दिन रात विद्युत आपूर्ति कर रहा है l अरुण कुमार ने मेनेजमेंट पर आरोप लगाते हुए कहा की यहाँ करमचारियों के पास न तो उचित टूल किट है न ही विधुत लाईन की जाँच के लिए उपयुक्त होने वाला यंत्र मेगगर इस पुरे उपमंडल में नहीं है, जिससे कर्मचारी सही ढंग से बिना जान जोखिम में डाले काम कर सकें l यहाँ तेनात हर विधुत कर्मचारी भारी तनाव में काम कर रहा है ,जिससे हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है l

प्रकाश राणा से की अपील
उन्होंने कहा की इस बाबत वे कई बार वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता जोगिन्द्रनगर को अपना मांग पात्र लिखित रूप से दे चुके हैं लेकिन विभाग के आला अधिकारी शायद किसी बड़ी अप्रिय घटना के इंतजार में हैं l उन्होंने कहा की जोगिन्द्र नगर विधायक प्रकाश राणा स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप कर यहाँ होने वाली स्टाफ की कमी को पूरा करवाए ताकि विधुत कर्मचारी निर्विघन रूप से लोगों को विधुत आपूर्ति करवा सकें l





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