लडभड़ोल : हिमाचल पथ परिवहन निगम अपने यात्रियों को सुरक्षित और सुगम यात्रा मुहैया करवाने का दावा करता है लेकिन निगम के ये दावे कितने कारगार साबित हो रहे हैं, इसका अंदाजा बीच रास्ते खराब हो रहीं निगम की बसों से लगाया जा सकता है। लडभड़ोल से दिल्ली चलने वाली रात्रि बस सेवा बीच अपने गंतव्य स्थान से पहले ही एक नहीं दो बार हांफ गयी। जिससे यात्रियों को खासी दिक्क्तों का सामना करना पड़ा।
रविवार रात को को बैजनाथ डिपो की एच.आर.टी.सी. की लडभड़ोल से दिल्ली जा रही बस पालमपुर बस स्टैंड में खराब हो गई। बस अड्डे पर मौजूद कुछ मेकेनिक लगभग डेढ़ घंटे तक बस में आयी तकनीकी खामी को दूर करते रहे लेकिन वह इसे दूर नहीं कर पाए। इस दौरान बस में करीब 60 से 80 यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया और आनन फानन में इसकी सुचना बैजनाथ के क्षेत्रीय प्रबंधक को दी गयी। उन्होंने तत्काल बैजनाथ से वैकल्पिक बस की व्यवस्था कर नई बस पालमपुर को भेज दी।
पालमपुर में लगभग रात साढ़े ग्यारह बजे वैकल्पिक बस पहुंची और सारी सवारियों अपने सामान के साथ बस में बैठ गयी। पालमपुर से सिर्फ 2-3 किलोमीटर चलने पर यह बस भी जबाब दे गयी और मारंडा के पास खड़ी हो गयी। चालक ने बताया की बस के ब्रेक काम नहीं कर रहे थे और बस में सवारियों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। दूसरी बस भी हांफ जाने के कारण तीसरी वैकल्पिक बस का प्रबंध किया गया। जिसने यात्रियों को लगभग 3 घंटे की देरी से उनके गंतव्य तक पहुँचाया। सुबह ऑफिस जाने वाले कई यात्री बहुत परेशान दिखे।
बस में यात्रा कर रहे अमित, अरुण, विशाल, रिंकू रोहित ने रोष प्रकट करते हुए बताया कि एच.आर.टी.सी. की बसों का खराब होना आम बात हो गई है। यह बस का यह रुट काफी कमाऊ है और यहाँ हमेशा भीड़ देखी जाती है। अधिकारियों को बसों के रखरखाव पर खास ध्यान देना चाहिए ताकि यात्रियों को परेशानी न हो।
22 October 2015
जब बीच रास्ते में हांफी लडभड़ोल-दिल्ली बस, एक नहीं, दूसरी नहीं तीसरी बस ने पहुंचाया दिल्ली
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