22 October 2015

सराहनीय : लडभड़ोल में भारी बारिश के बीच डेढ़ घंटे पोल पर तारें जोड़ते रहे विद्युत् कर्मचारी

लडभड़ोल : अक्सर लोग किसी भी सरकारी विभाग के कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते आए हैं। सरकारी कर्मचारियों का नाम सुनते ही बदइंतजामी और कर्मचारियों का गैरजिम्मेदाराना व्यवहार ही लोगों के दिमाग में कौंधता है लेकिन आज लडभड़ोल के मुख्य बाज़ार से एक ऐसी खबर आई है जो हमें अपने बिजली विभाग पर गर्व करने पर मजबूर कर देगी।

दरअसल शनिवार शाम को डेढ़ घंटे की लगातार बारिश और तेज हवाओं के कारण लडभड़ोल बाजार में स्थित एक सब्ज़ी की दुकान में लगी टीन की चादरें उड़ कर बिजली की तारों से टकरा गयी। तारों के आपस में टकराने से आग की चिंगारियाँ निकली और दो तारें टूटकर नीचे गिर गयी। सयोंगवश बिजली कर्मचारी वहीं पर मौजूद थे और वह तारों की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। यह घटना शाम लगभग पांच बजे की है।

तारें टूटने से लडभड़ोल क्षेत्र में बिजली गुल हो गयी। आसमान से आफत की बारिश व आसमानी बिजली की गर्जना जारी थी। लेकिन विद्युत् विभाग के कर्मचारी भारी बारिश और आसमानी बिजली के बावजूत जान की परवाह किये बिना लडभड़ोल बाजार में गैस एजेंसी के पास पोल पर चढ़ गए और तारें जोड़ने लगे। यह कर्मचारी भारी बारिश, तेज़ बिजली व बादलों की गर्जना के बीच लगभग डेढ़ घंटे पोल पर चढ़कर काम करते रहे तब जाकर विद्युत् आपूर्ति बहाल हुई।

इस दौरान घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने इन कर्मचारियों की जमकर सराहना की और इनकी वीडियो तथा कुछ चित्र में अपने कमरे में कैद किये। पोल पर चढने वाले कर्मचारियों की पहचान दलेड़ निवासी राकेश और भड़ोल से तिलक तथा पोल के नीचे मौजूद कर्मचारियों में लडभड़ोल से शुशील मेहता, कुलदीप शर्मा तथा दलेड़ से सुकाराम के रुप में हुई।

एक तरफ कुछ सरकारी कमर्चारी लेट-लतीफी व गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के कारण अपने विभाग को दागदार कर देते हैं जबकि इन कर्मचारियों जैसे कुछ लोग विभाग का खोया हुआ सम्मान वापस लाने की पूरी ईमानदारी से कोशिश कर रहे है जिसके लिए इनकी जितनी भी तारीफ की जाए वह कम है।





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