लडभड़ोल : लडभड़ोल में भ्रष्टाचार की सड़क…. पढ़ने में बेशक अजीब लगे पर यह सच है। जहां पर भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था बनाने के प्रयत्न किए जा रहे हैं वहीं पर छोटे स्तर पर भ्रष्टाचार के ऐसे कारनामें सामने आते हैं, जिनको देखकर हैरानी होती है। लडभड़ोल क्षेत्र में भी आज कल यही सब हो रहा है। उससे भी ज्यादा हैरानी इस बात पर है कि शासन-प्रशासन आंख मूंदें मूकदर्शक बना हुआ है। लोगों का आरोप है कि सड़क की टायरिंग के काम में भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघ दी गई है।
लोनिवि के उपमंडल लडभड़ोल के अंतर्गत डोल-गदयाडा सम्पर्क सड़क की टायरिंग सिर्फ 20 दिनों में उखड़ गयी है। इस कारण लोनिवि की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है। हालत यह है कि सड़क मार्ग पर कई जगह गड्ढे पर गए है तो कही पर घास भी उग आई है। जनता के पैसे की इस कद्र हुई बर्बादी के बाद स्थानीय लोग मुखर होना शुरू हो गए हैं। स्थानीय लोगों प्रवीण कुमार, नागेश ठाकुर, गोपाल बिष्ट, अश्वनी ठाकुर, जोगिंदर पाल, प्रभात सिंह, चेत राम बिष्ट आदि ग्रामीणों ने इस सड़क की टायरिंग में घपला होने का अंदेशा जताया है।
लोगों का कहना है कि जिस तरह से यह टायरिंग इतने कम समय के भीतर ही उखड़नी शुरू हो गई है उससे साफ तौर पर ठेकेदार द्वारा टायरिंग को लेकर बरती जा रही अनियमितताएं सामने आ गयी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस सड़क की टायरिंग 20 दिन पूर्व की गई थी। लेकिन अब इस पर गड्ढे पड़ गए है तथा घास उग आई है। ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर लोनिवि की गुणवत्ता पर सवाल उठाएं हैं कि जब इस सड़क में टायरिंग का कार्य हुआ तो संबंधित विभाग के निरीक्षण अधिकारी क्या करते रहे और उन्होंने गुणवत्ता का ध्यान क्यों नहीं रखा.?
ग्रामीणों का आरोप है कि इस सड़क की टायरिंग करने के लिए ठेकेदार ने मोटी कमाई के चक्कर में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि इस सड़क की टायरिंग की सामग्री का सैंपल लेकर गुणवत्ता की जांच की जाए और अगर इस सड़क निर्माण में ठेकेदार ने गुणवत्ता को दरकिनार किया है तो ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए।
इस बार में जब लोक निर्माण विभाग लडभड़ोल के सहायक अभियंता प्यार चंद से बात की गयी तो उन्होने कहा की इस सड़क पर 15-20 दिन पहले टायरिंग की गयी है जो कहीं-कहीं उखड़ गयी है। मैंने खुद टूटी हुई सड़क का निरक्षण किया है। ठेकेदार द्वारा सड़क की 1 साल की गारंटी दी जाती है इसलिए सड़क दुरुस्त करने के लिए ठेकेदार को आदेश दे दिए गए है। ठेकेदार द्वारा सड़क को ठीक भी करवाया जा रहा है।
लोक निर्माण विभाग जोगिन्दरनगर के एक्सईएन राजीव शर्मा ने कहा की इस सड़क पर हुई टायरिंग का भुगतान अभी तक ठेकेदार को नहीं किया गया है। चूँकि ठेकेदार की 1 वर्ष की गारंटी होती है इसलिए गुणवत्ता की टायरिंग करने के बाद ही भुगतान किया जायेगा।
गड्ढों में तब्दील सड़क
सड़क ठीक करते हुए कर्मचारी
सड़क पर उगी हुई घास
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