लडभड़ोल : सुहागिनों की अटूट श्रद्धा का प्रतीक करवा चौथ पर्व शनिवार को तहसील लडभड़ोल क्षेत्र में धूमधाम व हर्शोल्लास के साथ मनाया गया। क्षेत्र की हजारों सुहागिनों अपने पतियों की दीर्घायु के लिए व्रत रखे और उनके सुख समृद्धि की कामना की। पतियों ने भी अपनी पत्नियों को आशीर्वाद दिए। सुबह से ही सुहागिनें सज संवर कर करवा चौथ के व्रत की तैयारी में जुटी थीं। महिलाओं ने सभी श्रृंगार किए और अधिक से अधिक सुन्दर दिखने की हौड़ लगी थी।
महिलाओं ने सुनी व पढ़ी करवाचौथ की कथा रंगबिरंगे परिधानों और साज सज्जा में सजी महिलाएं सजीव भारतीयता का चित्रण प्रस्तुत कर रही थीं। व्रत के दौरान महिलाएं दिन भर जहां अपने घरेलू कार्यों में व्यस्त रही वहीं शाम होते ही जगह जगह महिलाओं ने करवा चौथ की कथा सुनी व पढ़ी तथा शाम की पूजा की तैयारियां करते हुए भी देखा गया। अब महिलाएं चाँद का दीदार करने की घड़ी का इंतजार कर रही है। इस पर्व को लेकर महिलाओं में भारी उत्साह देखा गया।
इसलिए मनाया जाता है करवाचौथ
इस दिन सुहागिने अपनी पति की लम्बी आयु के लिये निर्जला उपवास रखती हैं और चंद्रोदय के बाद चांद का दीदार करके उसे अग्र देने के बाद ही भोजन व जल ग्रहण करती हैं। खास बात यह भी है कि इस दिन दिखाई देने वाला चांद भी सुहागिनों को देर तक इंतजार करवाता है यही नही कई बार ऐसा भी देखा गया है कि जब आकाश में बादलों के बीच ही चांद छुप जाता है ऐसे में सुहागिनों को चांद के दीदार करने में परेशानी उठानी पड़ती है। पर्व से दो तीन दिन पहले बाजारों की रौनक तीन से चार गुना अधिक हो जाती है सुहागिने व्रत की सामग्री खरीदती हैं।
22 October 2015
लडभड़ोल क्षेत्र में धूमधाम से मनाया सुहागिनों की अटूट श्रद्धा का प्रतीक करवाचौथ
loading...
Post a Comment Using Facebook